PATNA : भोजपुरी स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। दोनों भोजपुरी स्टार अलग-अलग मुद्दों पर एक दूसरे को खरी-खोटी सुनाते रहते हैं। लेकिन इन दोनों की लड़ाई अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने जा पहुंची है। दरअसल भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने 3 दिन पहले नीतीश कुमार के सामने गुहार लगाई थी और यह कहा था कि उन्हें धमकियां मिल रही है। धमकी देने वालों के ऊपर एक्शन लिया जाए और अब पवन सिंह ने भी बिहार के मुख्यमंत्री के सामने एक मांग रख दी है।
पवन सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने CM नीतीश से अपील की है कि भोजपुरी भाषा की गरिमा को बचाने के लिए कैबिनेट से कानून बनाया जाए। उन्होंने लिखा है, बिहार की सभ्यता संस्कृति में भोजपुरी का बहुत ही बड़ा महत्व है। अब गीत-संगीत के ज़रिये जिस तरह जातिवाद का ज़हर बोया जा रहा है, उस पर अंकुश लगना चाहिए, नहीं तो बिहार की प्रतिष्ठा न धार्मिक स्तर पर, न सामाजिक स्तर पर, और न ही राजनैतिक स्तर पर बचाया जा सकता है। भोजपुरी भाषायी कुछ कलाकारों के कारण बिहार में जातिगत उन्माद न फैले इसके लिए आप, चुकीं हमारे बिहार की आत्मा कि तरह हैं इसलिए आपसे आदर सहित अनुरोध है कि कैबिनेट के माध्यम से शीघ्र कोई ऐसा क़ानून बिहार में लाने की कृपा करें, जिससे भोजपुरी भाषा की गरिमा और बिहार के अस्तित्व को बचाया जा सके।'
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही भोजपुरी सुपर स्टार खेसारी लाल यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद मांगी थी। दरअसल उनका आरोप यूट्यूबर गौतम सिंह पर था। उन्होंने कहा था कि उन्हें यूट्यूबर से धमकियां मिली है। खेसारी लाल यादव और यू ट्यूबर गौतम सिंह के बीच का विवाद अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि अब पवन सिंह ने सीएम नीतीश के सामने अपनी झोली फैला दी है।
पिछले दिनों पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच सोशल मीडिया के माध्यम से खूब नोक झोंक हुई थी। दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे थे। अब पवन सिंह ने एक बार फिर सीएम नीतीश से अपील की है कि भोजपुरी भाषा की गरिमा को बचाने के लिए कैबिनेट से कानून बनाया जाए। माना जा रहा है कि इस पोस्ट में भी पवन सिंह ने खेसारी लाल यादव की ओर ही इशारा किया है।