केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के साथ ABVP कार्यकर्ताओं की नोक-झोंक, सुरक्षा कर्मियों के साथ हुई धक्कामुक्की, मुर्दाबाद के लगे नारे

केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के साथ ABVP कार्यकर्ताओं की नोक-झोंक, सुरक्षा कर्मियों के साथ हुई धक्कामुक्की, मुर्दाबाद के लगे नारे

ARRAH: आरा के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब भोजपुर के सांसद सह केंद्रीय मंत्री आर के सिंह और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच बातचीत के दौरान विवाद हो गया। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री आर के सिंह और सुरक्षा कर्मियों के साथ एबीवीपी कार्यकर्ताओं की नोक-झोंक हुई। इस दौरान धक्कामुक्की भी की गयी। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सांसद का घेराव किया और जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। 


मामला आरा के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय प्रांगण का है जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय को तीन खंडों में होने से बचाने की मांग को लेकर स्थानीय सांसद आर के सिंह का रोषपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का मांग कृषि विभाग की भूखंड आवंटन कराने के संबंध में था।


छात्र नेता छोटू सिंह ने बताया कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय का अस्तित्व खतरे में है और हम सभी आवेदन पर आवेदन देते हुए घूम रहे हैं लेकिन यहां किसी को विश्वविद्यालय के अस्तित्व की चिंता नहीं है। बिहार सरकार मनमानी कर रही है। प्रदेश सह मंत्री राज पांडेय ने बताया की विश्वविद्यालय को तीन खंडों में बंटने से छात्रो को आर्थिक मानसिक और शारिरिक रूप से शोषण होगा जो व्यवहारिक रूप से उचित नहीं होगा। वही विश्वविद्यालय संयोजक चंदन तिवारी ने बताया कि छात्रों के परेशानी को अगर नजर अंदाज किया जायेगा, तो विद्यार्थी परिषद सड़क से सदन तक आंदोलन करने के लिये बाध्य होगा। 


सांसद से बातचीत के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि आपसे मिलने का पैमाना क्या है? आपसे मिलने जाते हैं तो कहा जाता है कि सांसद से मिलने के लिए दिल्ली जाना होगा। हमलोग ने आपकों भोजपुर में वोट दिया है दिल्ली में वोट नहीं दिया था कि मिलने दिल्ली जाएंगे। एबीवीपी कार्यकर्ताओं के इस सवाल का जबाव देते हुए सांसद आरके सिंह ने कहा कि अपने क्षेत्र में जब भी हम आते हैं लोगों से मिलते हैं। हर बार जितना आदमी हमसे मिलता है उतना किसी सांसद से नहीं मिलता होगा। आप भी आए थे तो हम मिले थे। वही एबीवीपी कार्यकर्ताओं का यह कहना था कि यूनिवर्सिटी तीन खंड में बंट गया है। छात्रों को बहुत परेशानी हो रही है। शाहाबाद से कोइलवर यूनिवर्सिटी चली जाएगी तो छात्रों को और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।