केंद्रीय मंत्री ने कर दिया खुलासा, जानिए 2024 के लोकसभा चुनाव में क्यों BJP को आई कम सीट; इस मामले में आगे रही विपक्षी पार्टी

केंद्रीय मंत्री ने कर दिया खुलासा, जानिए 2024 के लोकसभा चुनाव में क्यों BJP को आई कम सीट; इस मामले में आगे रही विपक्षी पार्टी

DESK : देश के अंदर कुछ महीने पहले ही लोकसभा का चुनाव हुआ और इस चुनाव में भाजपा उस कदर प्रदर्शन नहीं कर पाई जिसकी लोग कयास लगा रहे थे। ऐसे में अब इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बड़ा खुलासा किया है। गडकरी ने बता दिया है कि आखिर क्यों भाजपा को लोकसभा चुनाव 2024 में सीटें कम हासिल हुई है।  


दरअसल, नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में भाजपा की सीटें कम होने को लेकर जिक्र करते हुए कहा कि इस चुनाव में विपक्षी दल के नेता मतदाताओं को अच्छी तरह से भ्रमित कर पाए। उनसे जब यह सवाल किया गया कि  ' सीटों की संख्या के लिहाज से लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को झटका क्यों लगा?' इसपर उन्होंने जवाब दिया, 'यह चुनाव लोगों को समझाने या भ्रमित करने वाला था। पहले तो विपक्ष ने मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए कानाफूसी अभियान चलाया था। उनका कहना था कि भाजपा डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के संविधान के खिलाफ है और संविधान को बदल देगी।'


गडकरी ने कहा, विपक्षी नेताओं ने खासतौर से पिछड़ा वर्ग में डर पैदा किया कि उनको मिलने वाले लाभ अब जारी नहीं रहेंगे। दूसरा, हमारी तरफ से किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए किए गए उपायों को उनके खिलाफ बताया गया। मुझे लगता है कि लोकसभा चुनाव भारत की जीत थी। भाजपा ने सरकार में वापसी की और मुझे 100 फीसदी भरोसा है कि आगामी चार राज्यों के चुनावों में हमें अच्छा बहुमत मिलेगा। लोगों ने भाजपा में फिर भरोसा दिखाया है कि यह सक्षम है, इसका रिकॉर्ड अच्छा और यह इस देश का भविष्य बदल सकती है। आप प्रदर्शन के मामले में कांग्रेस के 60 और भाजपा के 15 सालों की तुलना कर सकते हैं। आपको जवाब मिल जाएगा।

मालूम हो कि, इससे पहले गडकरी ने यह भी बताया था कि उन्हें  एक बार एक नेता ने प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने पर उन्हें समर्थन देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए प्रस्ताव को ठुकरा दिया था कि उनकी ऐसी कोई लालसा नहीं है। गडकरी ने कहा, ‘मुझे एक घटना याद है- मैं किसी का नाम नहीं लूंगा...उस व्यक्ति ने कहा था कि अगर आप प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, तो हम आपका समर्थन करेंगे।’ हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह वाकया कब का है।


भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘लेकिन, मैंने पूछा कि आपको मेरा समर्थन क्यों करना चाहिए और मुझे आपका समर्थन क्यों लेना चाहिए? प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है। मैं अपने मान्यता और अपने संगठन के प्रति वफादार हूं और मैं किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करूंगा क्योंकि मेरा दृढ़ निश्चिय मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।’