पटना में 24 पाकिस्तानी महिलाओं की लिस्ट जारी, तीन ने ली भारतीय नागरिकता 40 साल दरगाह की सेवा के बाद श्यामलाल की घर वापसी, पहलगाम आतंकी हमले से हुआ हृदय परिवर्तन Bihar News: सदर अस्पताल में मिला 25 वर्षीय युवक का शव, प्रेमिका के परिवार वालों पर हत्या का आरोप आतंकवादी हमले के खिलाफ पटना में महागठबंधन का कैंडल मार्च, तेजस्वी यादव-मुकेश सहनी सहित कई नेता रहे मौजूद Road Accident: भारतीय सेना के जवान की सड़क हादसे में मौत, पिता के निधन के बाद छुट्टी पर आए थे घर गोपालगंज में 4 दिन से लापता युवती की लाश बगीचे से बरामद, हत्या के विरोध में परिजनों ने किया सड़क जाम हंगामा CSKvsSRH: 10वें स्थान को लेकर CSK और SRH में रोचक जंग के बीच चेन्नई को मिले भविष्य के 2 सुपरस्टार BIHAR NEWS: विनोद सिंह गुंजियाल बने बिहार के नये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, 2007 बैच के हैं IAS अधिकारी महागठबंधन में महाघमासान होना तय! RJD से दबने को तैयार नहीं कांग्रेस, को-ओर्डिनेशन कमेटी में दिखा दिया अपना जोर Pahalgam Terror Attack: रूस की अपने नागरिकों को सलाह, “पाकिस्तान की यात्रा न करें”, भारत-पाक के बीच तनाव से पूरी दुनिया अलर्ट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 10 Dec 2024 08:14:25 AM IST
- फ़ोटो
SM KRISHNA: दुखद खबर सियासी गलियारे से निकल कर सामाने आ रही है, जहां कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृण्णा का निधन हो गया है। वह 92 साल के थे। बेंगलुरु क सदाशिवनगर स्थित अपने आवास में उन्होंने अंतिम सांस ली। हाल ही में उन्हें बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के मुताबिक, 10 दिसंबर की सुबह करीब ढाई बजे पूर्व सीएम एसएम कृष्णा ने आखिरी सांस ली। पूर्व मुख्यमंत्री उनके परिवार के साथ साथ राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है। उनके निधन की खबर सुनकर उनके आवास पर लोगों का तांता लग गया है। उनके पार्थिव शरीर को मद्दूर ले जाने की संभावना है। पूर्व सीएम सोमनहल्ली मल्लैया कृष्णा के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं।
साल 1932 के 1 मई को कर्नाटक के मांड्या जिले के सोमनहल्ली में एसएम कृष्णा का जन्म हुआ था। पहली बार उन्होंने 162 में मद्दुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता और यहां से उनकी राजनीतिक पारी की शुरूआत हुई थी। कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह प्रजा सोशलिस्ट पार्टी में थे।
हालांकि, साल 2017 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। पिछले साल ही उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था। कृष्णा 11 अक्टूबर 1199 से 28 मई 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में भी उन्होंने काम किया था।