PATNA: नई पार्टी बनने के बाद राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 28 फरवरी से यात्रा पर निकल रहे हैं। पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा से वे विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकलेंगे। 28 फरवरी से यात्रा के पहले चरण और 15 मार्च को दूसरे चरण की शुरुआत होगी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकले हैं और इस यात्रा के माध्यम से लोगों के हम भरोसा दिलायेंगे कि 2005 से पहले वाला बिहार नहीं बनने देंगे। फिर उन हाथों में हम बिहार को जाने नहीं देंगे। हम बिहार को और बर्बाद नहीं होने देंगे।
उपेन्द्र कुशवाहा आज यात्रा के लिए पटना से रवाना हो गये हैं। आज बगहा में वे रात्रि विश्राम करेंगे और 28 फरवरी की सुबह 11 बजे भितिहरवा में बापू की चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित कर वे विरासत बचाओ नमन यात्रा की शुरुआत करेंगे। अगले दिन 1 मार्च को मुजफ्फरपुर के मीनापुर में जुब्बा सहनी के स्मारक पर जाएंगे और उन्हें नमन करेंगे। जिसके बाद यात्रा मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी के लिए रवाना होगी। जहां सीतामढ़ी के बाझपट्ट में शहीद रामफल मंडल जी को नमन किया जाएगा।
जिसके बाद मधुबनी में सूरज बाबू के स्मारक पर जाकर उन्हें नमन किया जाएगा। फारबिसगंज में फनीश्वर नाथ रेणू, मधेपुरा में बीपी मंडल, समस्तीपुर के कर्पूरी ग्राम में जननायक कर्पूरी ठाकुर, छपरा में जगलाल चौधरी, छात्र नेता चंद्रशेखर जो नौजवानों के आईकॉन थे उनके स्मारक पर जाकर नमन करके प्रथम चरण की यात्रा का समापन किया जाएगा। उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा कि होली के बाद 15 मार्च से दूसरे चरण की यात्रा की शुरुआत होगी। जो कई जिलों में 20 मार्च तक चलेगा।
विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकले राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार समाजवादियों और जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत रही है। जिनके रहते गरीब-गुरबा को न्याय मिला है। जब विरासत बचेगी तब ही न्याय मिल पाएगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से हम इसी विरासत को बचाने निकले हैं। बिहार की जनता नीतीश कुमार के फैसले से हैरान और परेशान है। नीतीश कुमार बिहार को बर्बाद करने में लगे हैं। बिहार की जनता का साथ मिला तो हम बिहार को जरूर बचाएंगे। यात्रा के दौरान लोगों के बीच जाकर उन्हें साथ देने की अपील करेंगे। उन्हें भरोसा दिलायेंगे कि हम बिहार को और बर्बाद नहीं होने देंगे। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमें जहां गठबंधन करना है हम करेंगे। दूसरों की मर्जी हमारे यहां थोड़े ही चलेगी।
जब गठबंधन में बदलाव हो रहा था और उस वक्त यह तय हुआ था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चलेगी। तब उपेंद्र कुशवाहा को किसी तरह का एतराज नहीं था लेकिन जब नेतृत्व दूसरे के हवाले करने की बात सामने आई तब उपेंद्र कुशवाहा इसका विरोध करने लगे। इस बात का खुलासा करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम नहीं चाहते थे कि 2005 से पहले वाला बिहार फिर आए। बिहार की जनता भी ऐसा नहीं चाहती थी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकले हैं और इस यात्रा के माध्यम से लोगों के हम भरोसा दिलायेंगे कि फिर उन हाथों में हम बिहार को जाने नहीं देंगे। फिर से हम जंगलराज आने नहीं देंगे।