PATNA : बिहार में शिक्षा विभाग की कमान जब से कड़क आईएएस ऑफिसर के के पाठक ने संभाली है। तब से आए दिन वह कोई ना कोई बड़ा फैसला लेते रहते हैं। इसी कड़ी में पाठक ने अब राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। पाठक ने यह निर्देश दिया है कि- अब राज्य में पहली अप्रैल से किसी भी सरकारी स्कूल में बच्चे फर्श पर बैठे हुए नजर नहीं आएंगे। यदि किसी स्कूल में ऐसा किया जाता है तो स्कूल के हेड मास्टर और प्रिंसिपल पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पाठक ने यह आदेश दिया है कि राज्य के किसी भी स्कूल के बच्चे अब फर्श पर बैठकर पढ़ाई नहीं करेंगे। शिक्षा विभाग को यह आदेश दिया गया है कि सभी स्कूलों में पहली अप्रैल से बेंच डेस्क की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। यदि किसी स्कूल में ऐसा किया जाता है तो स्कूल के हेड मास्टर और प्रिंसिपल पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि, राज्य के अधिकतर प्राथमिक और मध्य विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुसार बेंच -डेस्क का अभाव है। कई स्कूलों में तो बेंच -डेस्क है ही नहीं। ऐसे में बच्चों ने इस कड़ाके की ठंड में बोरा और प्लास्टिक की चादर में पर बैठकर पढ़ाई पूरी की। इसके बाद यह मामला अपर मुख्य सचिव के के पाठक के पास पहुंचा तो उन्होंने अब यह आदेश निर्गत किया है।
केके पाठक की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि क्लास एक से लेकर 12 वीं तक का कोई भी बच्चा फर्श पर बैठकर पढ़ाई नहीं करेगा। विभाग में 700 करोड रुपए की राशि स्वीकृत करते हुए सभी जिलों में आवंटित कर दी है। सभी जिलों में फर्नीचर उपलब्ध कराने के लिए वेंडर का भी लिस्ट जारी कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि सभी स्कूलों में फर्नीचर की खरीद और आपूर्ति का काम पूरा किया जाए इसके साथ थी इससे संबंधित भी पत्र 15 मार्च तक कोषागार में प्रस्तुत कर दिया जाए।