जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम बापू हुए कोरोना पॉजिटिव, महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती

जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम बापू हुए कोरोना पॉजिटिव, महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती

DESK: राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे आसाराम बापू की तबीयत बुधवार को अचानक बिगड़ गयी। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया है। आसाराम को कोरोना संक्रमण के लक्षण बताए गये हैं। कोविड जांच के लिए सेंपल लिया गया था जिसमें कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बुधवार देर रात बुखार और ऑक्सीजन लेवल घटने के बाद उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के आईसीयू में उन्हें एडमिट किया गया है।




 गौरतलब है कि सेंट्रल जेल में पिछले महीन ही करीब एक दर्जन कैदी पॉजिटिव पाए गये थे। कोरोना जांच के बाद पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें आईसीयू में एडमिट कराया गया हैं। नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम बापू कोरोना संक्रमित हो गये है। अस्पताल लाए जाने से पहले ही वहां बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी। आसाराम के अस्पताल लाए जाने की सूचना मिलते ही कई समर्थक वहां पहुंच गए लेकिन पुलिस ने किसी को अंदर नहीं जाने दिया। आसाराम को व्हीलचेयर पर अस्पताल में एडमिट कराया गया। 

 

आसाराम पर उसके गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया था कि 15 अगस्त 2013 को आसाराम ने जोधपुर के पास मणाई गांव के एक फॉर्म हाउस में उसका यौन उत्पीड़न किया। 20 अगस्त 2013 को उसने दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया। लेकिन जोधपुर का मामला होने के चलते दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच के लिए उसे जोधपुर भेजा गया। जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। जोधपुर पुलिस 31 अगस्त 2013 को इंदौर से आसाराम को गिरफ्तार कर जोधपुर लाई थी। उसके बाद से आसाराम जोधपुर जेल में ही बंद है। इस दौरान उसने जमानत के लिए जिला अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अर्जी लगाई लेकिन जमानत नहीं मिली। बाद में कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।