PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल जल को लेकर सरकार काफी सख्त रबैया अपना रही है। इसी को लेकर अब राज्य सरकार ने यह निर्णय किया है कि राज्य में हर घर नल का जल योजना के नियमित संचालन और लाभुकों की समस्याओं के समाधान के लिए हर माह के जल चौपाल लगाया जाना है। लेकिन हाल के दिनों में पीएचइडी को रिपोर्ट मिली है कि जल चौपाल नियमित नहीं लग रहा है।
जिसके बाद अब इसको लेकर राज्य सरकार के तरफ से पीएचइडी ने यह निर्णय लिया है कि अब राज्य में जल चौपाल नियमित लगाने की जिम्मेदारी जीविका दीदी को दी जायेगी। यह पायलट प्रोजेक्ट तीन माह तक चलेगा। उसके बाद पंचायतों की समीक्षा होगी। इसके बाद लाभको से मिले फीडबैक के आधार पर सभी पंचायतों में जीविका दीदी को जल चौपाल लगाने की जिम्मेदारी दे दी जायेगी। हालांकि, शुरूआती दौर में फिलहाल यह दो जगह दरभंगा और वैशाली में पहले लागु होगा। उसके बाद इसे सभी जगह लागु किया जाएगा।
विभाग ने जीविका दीदी के लिए यह अनिवार्य किया है कि जो भी जल चौपाल से जुड़ेगी। उनके घरों में नल जल का पानी होना चाहिए। इसके साथ ही यह भी अनिवार्य होगा जिनके यह इस योजना के तहत लाभ नहीं मिलता हो तो वह इसमें नहीं हिस्सेदारी लेंगी। वहीं, जल चौपाल विभाग के कोशिश रहेगी की अधिक से अधिक महिलाओं को इसमें शामिल कर सकें। यदि महिला भाग लेंगी तो चौपाल योजना का सही और सटीक जानकारी मिलेगी।
बताय जा रहा है कि, जल चौपाल विभाग के लिए हर गांव में कम से कम पांच महिलाओं की टीम बनेगी, जो मोबाइल से भी एक दूसरे से जुडी होंगी। इससे यह लाभ होगा की यदि किसी पंचायत या वार्ड में कोई नल खराब हो गया तो उसे तुरंत ठीक करने को लेकर एक - दूसरे से सहयोग ले सकेंगी। साथ ही इसकी सुचना तुरंत सम्बंधित पदाधिकारी के पास मिल सकेगी।