बिहार : जीवित तरस रहे पीएम आवास के लिए, और मुर्दों को मिल रहा योजना का लाभ

बिहार : जीवित तरस रहे पीएम आवास के लिए, और मुर्दों को मिल रहा योजना का लाभ

JAMUI : पदाधिकारियों और बैंक सीएसपी संचालक तथा बिचौलिए की मिलीभगत से बरहट प्रखंड में सरकारी योजना में व्यापक अनियमितता बरतने का मामला सामने आया है। पदाधिकारियों की मिली भगत से यहां मृतक को पीएम आवास योजना का लाभ मिला और मरने के बाद भी 86 दिनों तक मृतक महिला मनरेगा में मजदूरी करती रही और उसके खाते से पैसे की निकासी भी की गई है। इसे लेकर मृतका के पुत्र ने डीडीसी आरिफ अहसन को एक आवेदन देकर बरती गई अनियमितता और बिचौलिए के इस खेल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। 


बताया जाता है कि बरहट प्रखंड के बरहट पंचायत बांझी पियार गांव निवासी गीता देवी पति महेंद्र यादव की मौत 4 फरवरी 2020 को हो गई थी। हालांकि पीएम आवास योजना के लिए लाभार्थी संख्या BH1517876 वित्तीय वर्ष 2019-20 में चयन हुआ था पहली किस्त की राशि इसके खाते में मिली। लेकिन मृतका के पुत्र का आरोप है कि बिचौलियाें ने पैसे की निकासी कर महज 20 हजार रुपये ही गीता देवी को दी। लेकिन फरवरी 2020 में उसकी मृत्यु हो जाने के कारण मृतका गीता देवी के पुत्र विनोद यादव ने बताया कि उसे बताया गया कि मां की मृत्यु हो जाने के कारण योजना रद्द कर दी गई है, लेकिन मुखिया जीतनी देवी, बिचौलिया दिनेश यादव, एसबी आई खादीग्राम से संचालित सीएसपी भरकहुआ के संचालक प्रवीण कुमार यादव की मिली भगत से मरने के बाद भी लगातार गीता देवी के खाते से 1 लाख 30 हजार रुपये की निकासी होती रही। 


वहीं दूसरी ओर बरहट प्रखंड के साव टोला वार्ड नंबर 3 निवासी श्री ठाकुर, सुभित राय के अलावे गुरमाहा के दर्जनों लोग आवास योजना के लिए चक्कर काट रहे लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है। लेकिन मृतक गीता देवी के खाते से पैसे की निकासी का खेल चल रहा है। 


पुराने मकान को दिखाकर निकाल ली गई राशि

डीडीसी को दिए आवेदन में मृतक गीता देवी के पुत्र विनोद यादव ने बताया कि उसकी मां की मृत्यु के बाद उसके बैंक खाता मुखिया जीतनी देवी के सहयोगी दिनेश यादव के पास रहता था और वह उक्त खाते में मरने के बाद भी एक के बाद एक कर कुल दो किस्त की राशि कुल 1 लाख 30 हजार रुपये की निकासी कर ली। इसके लिए गीता देवी के पुराने मकान की तस्वीर दिखाकर योजना का लाभ उठाया और पैसे की निकासी कर ली।  मरने के बाद भी गीता देवी के खाता का संचालन वर्ष 2021 के नवंबर महीने तक होती रही। उसके खाते से आवास योजना के अलावे पीएम किसान निधी योजना से मिलने वाले 2 हजार रुपये की भी निकासी हो गई मृतक के खाते से कुल लगभग डेढ़ लाख की निकासी कर ली गई ,और मृतका के खाता में महज 77.30 पैसे बचा है। 


मरने के बाद भी मनरेगा में 86 दिनों तक मजदूरी करती रही गीता देवी

बरहट पंचायत के मुखिया, मनरेगा पीओ व बिचौलिया की मिलीभगत से गीता देवी के मरने के बाद भी उसके नाम से मनरेगा जॉब कार्ड संख्या BH-50-003-001-04382600/3307 के द्वारा 86 दिनों तक मजदूरी करती रही और उक्त मजदूरी का पैसा भी गीता देवी के खाते से निकाल लिया गया। इस संबंध में जब सीएसपी संचालक प्रवीण कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि इस तरह की जानकारी नहीं है। बिना बेनिफिसरी के खाता से पैसे की निकासी कैसे हुई इस संबंध में हमे कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में एसबीआई खादीग्राम के मेन ब्रांच  मैनेजर संजीव कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि बिना बायोमेट्रिक के पैसे की निकासी नहीं की जा सकती है। मृतक के परिजनों ने अबतक उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जिस कारण खाता बंद नहीं किया जा सका है। यदि मृतक के परिजन मृत्यु प्रमाणपत्र लाकर देते हैं तो त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त खाते को बंद कर दिया जाएगा। खाता से पैसे निकासी की जानकारी भी पीड़ित के द्वारा अभी उन्हें नहीं है। 


जमुई खादी ग्राम मेन शाखा प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि मीडिया के द्वारा जानकारी मिली है सीएसपी के कोड को लॉक कर दिया गया है पीड़ित के द्वारा आवेदन मीडिया में खबर छपने के बाद आज हमें प्राप्त हुई है जांच टीम भी भागलपुर से आ चुकी है जांच टीम में ,सेफ सलूशन प्राइवेट लिमिटेड के सीएसपी के डिस्टिक कोऑर्डिनेटर अमित कुमार भागलपुर से आए हुए हैं फर्जीवाड़ा के जांच में अगर अवैध निकासी का जांच सही पाया गया तो इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी फिलहाल इनकी सीएसपी को बंद कर दिया गया व जांच की जा रही है।


वहीं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि अगर शिकायत मिलती है तो कार्रवाई होगी। इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में अबतक नहीं आया है। यदि कोई शिकायत करता है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।