PATNA: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी के बावजूद गरीब तबके के लोगों को थोडी थोड़ी शराब पीने की सलाह दी है. मांझी बोल रहे हैं कि गरीबों के थोड़ा-बहुत पीने से नीतीश कुमार को कोई एतराज नहीं होना चाहिये. बिहार में नेता, मंत्री, अफसर सब पी रहे हैं.
दारू को दवा बता दिया मांझी ने
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पूर्णिया में हैं. आज वे धमदाहा में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. सभा में ही मांझी ने कहा कि गरीबों को दारू को दवा समझ कर पीना चाहिये. रात में सोने से पहले थोड़ी शराब पीने से कोई नुकसान नहीं होता. इससे नींद अच्छी आती है और गरीब सुबह उठकर ज्यादा तरोताजा होकर काम कर सकते हैं.
मंत्री, नेता, अफसर पी रहे हैं शराब
जीतन राम मांझी ने कहा कि शऱाबबंदी के बावजूद बिहार में बड़ी संख्या में रसूखदार लोग शराब पी रहे हैं. मंत्री, नेता, अफसर को शराब आसानी से मिल जा रही है और वे मजे से पी भी रहे हैं. लेकिन उन्हें पकडने वाला कोई नहीं है. शराबबंदी के नाम पर सबसे ज्यादा गरीबों को पकड़ा जा रहा है. जेल में बंद 90 प्रतिशत लोग गरीब तबके के ही हैं.
मांझी ने नीतीश कुमार से गरीबों को थोड़ी शराब पीने की इजाजत देने तक की मांग कर दी है. वैसे ये अलग बात है कि कुछ दिनों पहले तक मांझी शऱाबबंदी के प्रबल समर्थक हुआ करते थे. लेकिन उनका बयान कब बदल जायेगा ये लोगों की समझ से परे की बात हो चुकी है.