जिस बेटे को मृत समझ अंतिम संस्कार कर चुका था पिता, 43 दिन बाद चेन्नई से जिंदा हुआ बरामद

जिस बेटे को मृत समझ अंतिम संस्कार कर चुका था पिता, 43 दिन बाद चेन्नई से जिंदा हुआ बरामद

JAMUI: फेसबुक पर बेटे का गला कटा फोटो देखकर मृतक के पिता ने गांव के ही दो लोगों पर हत्या कर शव को गायब करने आरोप लगाते हुए थाने में केस दर्ज कराया गया और पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। जिस बेटे की हत्या की बात पिता ने कही थी उसे पुलिस ने 43 दिन बाद चेन्नई से जिंदा बरामद किया है।  एसडीपीओ ने बताया कि चेन्नई से मिथुन को सकुशल बरामद किया गया है। पुलिस ने इस बात की सूचना मिथुन के पिता को दी। जिसके बाद दौड़े-भागे थाने पहुंचे पिता ने बेटे को गले लगा लिया। बेटे को देखते ही उनके आंखों से खुशी के आंसू निकलने लगा। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्होंने अपने हाथों बेटे को मिठाई खिलाया और गले से लगा लिया।


मामला जमुई जिले के झाझा का है जहां सोशल साइट फेसबुक पर गला कटे युवक को अपना पुत्र मानकर थानाक्षेत्र के टहवा गांव के रहने वाले राजेंद्र  यादव ने 1 अगस्त 2023 को झाझा थाने में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी। रजला गांव के ही दो लोगों पर बेटे की हत्या कर शव को गायब कर देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नामजद बनाया। आवेदन के आधार पर झाझा थाना कांड संख्या 410/23 दिनांक 1 अगस्त 2023 को दर्ज किया गया था। इस मामले का खुलासा पुलिस ने किया है। मंगलवार को झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि फेसबुक पर गला कटा फोटो देखकर युवक मिथुन के पिता ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी।


 उन्होंने दावा किया था कि उक्त फोटो उसके बेटे का है और रजला गांव के दिवाकर यादव एवं गुडडु यादव पर नौकरी दिलाने के नाम मिथुन को ले जाकर हत्या कर शव को गायब कर देने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक जमुई डॉ. शौर्य सुमन के दिशा निर्देश पर लगातार इस मामले की जांच में पुलिस की टीम जुटी हुई थी। थानाध्यक्ष राजेश शरण के नेतृत्व में पुअनि सुबोध यादव,पुअनि सुबोध कुमार एवं जिला साईबर टीम ने जांच के दौरान पाया कि फेसबुक पर जो फोटो लगा हुआ था वह फोटो नवादा के मनोज कुमार के बेटे दीपक की है जिसकी मौत सड़क हादसे में नवादा थाना क्षेत्र में 28 जुलाई 2023 को हुई थी।


 इस फोटो को पिता ने बेटे मिथुन का फोटो समझ लिया। पुलिस जांच में पता चला कि मिथुन चेन्नई में किसी कंपनी में काम करता है। जिसके बाद पुलिस चेन्नई गयी और उसे सकुशल जमुई लेकर पहुंची। मिथुन से पूछे जाने पर उसने बताया कि दिल्ली जाने के बाद बीस दिन काम किया और वहां से चेन्नई चला गया। इधर मिथुन की सकुशल बरामदगी के बाद बेटे से मिलने के लिए पिता थाने पहुंच गये और उसे गले से लगा लिये। बेटी के मिलने की खुशी में उनके आंखों से अनवरत आंसू निकलने लगा। बेटी की घर आने की खुशी में उन्होंने बेटे को मिठाई खिलाया और गले लगाकर रोने लगे।