RANCHI: इस वक्त की बड़ी खबर झारखंड की सियासत से निकलकर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। जमीन घोटाले में ईडी की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
हेमंत सोरेन के बाद झारखंड के आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन झारखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे। जेएमएम के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया है। राजभवन से इस बात की पुष्टि हुई है कि हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
जेएमएम ने राज्यपाल से आज ही शपथ ग्रहण कराने की मांग की है। जेएमएम ने राज्यपाल से शपथ ग्रहण कराने के लिए समय मांगा है। जेएमएम ने आधी रात तक शपथ ग्रहण के लिए समय मांगा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक राजभवन के सामने जमा हैं। JMM का कहना है कि चंपई सोरेन का शपथग्रहण आज ही होना चाहिए।
बता दें कि बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की सरकार में झामुमो नेता चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और अहम मंत्रालय दिए गए थे। चंपई 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया था और फिर हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन मंत्री बनाया गया था। दूसरी बार 2019 में फिर से हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया। चंपई सोरेन झामुमो के उपाध्यक्ष भी हैं।