RANCHI : झारखंड में हेमंत सोरेन के इस्तीफे और गिरफ्तारी के बाद सियासी पारा हाई है। गुरुवार की शाम चंपई सोरेन की राज्यपाल से मुलाकात हुई। अब झारखंड में सरकार बनाने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को आमंत्रित किया है। इसके बाद अब झारखंड से हेमंत की सरकार का अंत हो गया और चंपई सोरेन के सरकार की शुरुआत।
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया जिस पर राज्यपाल ने कहा कि वह जल्द ही इस बारे में अपना विचार बताएंगे। देर रात मीडिया एजेंसी की रिपोर्ट में बताया गया कि राज्यपाल द्वारा चंपई सोरेन को सरकार बनाने के लिए न्योता भेजा गया है। चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और आरजेडी विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे।
वहीं, इससे पहले राज्यपाल ने चंपई सोरेन को दस दिनों के अंदर बहुमत साबित करने को कहा है। महागठबंधन सरकार ने 47 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। गुरूवार को विधायकों ने वीडियो जारी कर 43 विधायकों की उपस्थिति दिखाई थी और दावा किया था कि शुक्रवार तक सभी विधायक आ जाएंगे।
आपको बताते चलें कि, सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन का राजनीतिक सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। 90 के दशक में अलग झारखंड राज्य आंदोलन के जरिए चंपई सोरेन ने राजनीति में कदम रखा था। वर्ष 1991 से 2019 तक सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए विधानसभा चुनावों में एक टर्म को छोड़कर उन्होंने सभी चुनावों में जीत दर्ज की है। सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से चंपई सोरेन ने अब तक छह बार जीत दर्ज की है, जबकि उन्हें वर्ष 2000 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. चंपई सोरेन कोल्हान में झारखंड टाइगर के नाम से फेमस हैं. झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष हैं।