ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

हेमंत ने शुरू किया प्रशासनिक बदलाव, रघुवर के सचिव और करीबी रहे सुनील कुमार वर्णवाल का किया ट्रांसफर

हेमंत ने शुरू किया प्रशासनिक बदलाव, रघुवर के सचिव और करीबी रहे सुनील कुमार वर्णवाल का किया ट्रांसफर

RANCHI: हेमंत सोरेन ने सीएम पद की शपथ लेने के दूसरे दिन ही प्रशासनिक बदलाव शुरू कर दिया हैं. रघुवर दास के कार्यकाल में सीएम के सचिव रहे सुनील कुमार वर्णवाल का ट्रांसफर कर दिया हैं. सुनील को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार और राजभाषा विभाग में भेज दिया है. आज इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई. 

रघुवर के करीबी

सुनील रघुवर के सीएम रहने के दौरान उनके सचिव थे. लेकिन सरकार बदलते सबसे पहले उनका तबादला कर दिया गया हैं. बताया जा रहा है कि वह रघुवर के करीबी थे और रघुवर के सत्ता से बेदखल होने के बाद सबसे पहले उन पर ही गाज गिरी हैं.

तबादला का दौर होगा शुरू

सुनील के साथ ही झारखंड में तबादला का दौर शुरू हो जाएगा. क्योंकि झारखंड में हेमंत सरकार अब अपने हिसाब से जिलों में एसपी और डीएम और विभागों में अधिकारियों को रखेगी. इसलिए पुराने विभागोंं के सचिवों का भी तबाादला आज न कल होना तय हैं. बता दें कि हेमंत सोरेन ने रविवार को ही झारखंड के सीएम पद की शपथ ली थी. शपथ लेने के बाद ही पहले ही दिन कैबिनेट की बैठक में कई बड़े फैसला लिया था. इसमें सबसे बड़ा फैसला लिया गया कि पत्थलगड़ी से जुड़े सभी केस को वापस ले लिया जाएगा. इसको लेकर खूंटी में कई लोगों पर केस दर्ज हुआ था. पत्थलगड़ी से जुड़े लोग अलग देश बनाने की मांग कर रहे थे. इसको लेकर प्रदर्शन हुआ था. जिसमें सैकड़ों लोगों पर केस दर्ज हुआ था. यही नहींं पत्थलगड़ी समर्थकों ने तत्कालीन सांसद करिया मुंडा के बॉडीगार्ड को भी अगवा कर लिया था. इसके अलावे पारा शिक्षक और आंगनबाड़ी सेविका का वेतन जल्द करने का निर्देश दिया था.