DESK : पाकुड़-मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पाली मोड़ के पास अज्ञात अपराधियों ने कार में सवार मनिकापाड़ा पंचायत के मुखिया कौसर अली एवं उनके परिवार पर बम से हमला कर दिया। जिससे मुखिया कौशर अली एवं उनकी 3 साल की बेटी निहार खातून की मौत हो गई। जबकि मुखिया की पत्नी नसीमा बीबी एवं 4 साल का पुत्र जुनाई अहमद गंभीर रूप से घायल हो गए। मुखिया के चचेरे भाई चालक अमीरुल शेख को भी बम के छींटे से आंशिक चोटें आई है। घटना सोमवार की शाम करीब 6:00 बजे के आस पास की है।
मिली जानकारी के मुताबिक मुखिया कौशर अली परिवार के साथ कार संख्या जेएच 04 पी 4630 में सवार होकर पाकुड़ से घर लौट रहे थे। इसी दौरान अपराधियों ने बम से हमला कर दिया। पाली गांव के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक मुखिया कौशर अली और उनके परिवार कार में सवार थे। पाकुड़ बड़ी अलीगंज में मुखिया कौशर अली संचालित सेवा नर्सिंग होम से घर की ओर रवाना हुए थे। जैसे ही कुसमाफाटक पार कर पहलवान थाना पहुंचे, पूर्व से घात लगाए बैठे 10 से 12 अज्ञात अपराधियों ने कार को रोककर बम से हमला कर दिया।
एक के बाद एक कम से कम 10 बम फोड़े गए। जिससे कार में सवार मुखिया और उनके परिवार को गंभीर चोटें आई। कार भी क्षतिग्रस्त हो गया। मुखिया के परिजन और आसपास के लोगों ने सभी को पहले प्राइवेट नर्सिंग होम में पहुंचाया। फिर सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और मृतक मुखिया कौशर अली, उनकी मृतक पुत्री जुआई निहार खातून, घायल पत्नी नसीमा बीबी एवं बेटा जुनाई अहमद को सदर अस्पताल सोनाजोड़ी ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मुखिया एवं बेटी जुआई निहार खातून को मृत घोषित कर दिया।
वहीं चिकित्सकों ने पत्नी नसीमा बीबी एवं बेटे जूनाई अहमद को बचाने की हर संभव कोशिश की। चिकित्सकों ने दोनों का इलाज शुरू किया। घटना में घायल चालक अमिरुल का भी इलाज किया गया। अस्पताल में मुखिया की पत्नी नसीमा बीबी एवं बेटे जुनिई अहमद की स्थिति नाजुक बनी हुई थी। अंत में चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बंगाल भेज दिया। वहीं पुलिस मौके पर पहुंची हुई थी। इस दौरान अस्पताल पहुंचे परिजन एवं रिश्तेदार सहित स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी भी देखी गई। अस्पताल में लोगों ने गुस्से का इजहार किया। घटना की गंभीरता से जांच की मांग उठ रही थी। यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना रहा। इस तरह की घटना शायद ही कभी देखने या सुनने को मिला हो।
वहीं घटना के पीछे पुरानी रंजिश मुख्य कारण बताया जा रहा है। यहां यह बताना जरूरी होगा तकरीबन सात-आठ महीने पहले ही गांव के एक परिवार में उत्पन्न जमीन विवाद के एक मामले में मुखिया कौशर अली ने हस्तक्षेप किया था। मामले को सुलझाने की कोशिश मुखिया के द्वारा किया गया था। लेकिन उनके खिलाफ ही कुछ लोगों ने अपराधिक घटना में मुखिया के शामिल होने की शिकायत पुलिस प्रशासन से की थी। इधर, जिले के पुलिस कप्तान हृदिप पी जनार्दनन घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल पहुंचे और इसके बाद घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने कहा कोई भी अपराधी पुलिस से बचने वाले नहीं है। ऐसी घटना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही की जाएगी। अपराधियों को चिन्हित किया जा रहा है। एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम बना दिया गया है।