JDU सांसद ने मुकेश सहनी को चेताया- ज्यादा मुगालते में नहीं रहें वर्ना चिराग पासवान वाला हाल हो जायेगा

JDU सांसद ने मुकेश सहनी को चेताया- ज्यादा मुगालते में नहीं रहें वर्ना चिराग पासवान वाला हाल हो जायेगा

PATNA : NDA में सम्मान नहीं मिलने का आरोप लगा कर विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने वाले वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी को जेडीयू के सांसद ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी है. जेडीयू के सांसद ने कहा है कि मुकेश सहनी किसी मुगालते में नहीं रहे वर्ना उनकी हालत भी चिराग पासवान टाइप हो जायेगी. सारे विधायक एनडीए के साथ चले जायेंगे औऱ मुकेश सहनी अकेले अपनी पार्टी में रह जायेंगे.


सांसद सुनील कुमार पिंटू ने दी चेतावनी
दिल्ली में फर्स्ट बिहार से बात करते हुए सीतामढी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि मुकेश सहनी की पार्टी के अगर चार विधायक जीते हैं तो उन्हें एनडीए का वोट मिला. चुनाव हारने के बावजूद उन्हें मंत्री बनाया गया. इसके बावजूद उन्हें कोई शिकायत थी तो वे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात कह सकते थे. लेकिन मीडिया में जाकर इस तरह से बयान देना गलत है.


चिराग के जैसा हाल हो जायेगा
जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि मुकेश सहनी को लोक जनशक्ति पार्टी का हाल देख लेना चाहिये. चिराग पासवान एनडीए से अलग राह पकड़ रहे थे. नतीजा ये हुआ कि उनको छोड कर बाकी सभी सांसद एनडीए के साथ आ गये औऱ चिराग पासवान अकेले रह गये. सांसद ने उम्मीद जतायी कि मुकेश सहनी ऐसा नहीं करेंगे. अगर वे ऐसा करने की सोचेंगे तो फिर उनके चारों विधायक ही उनका साथ नहीं देंगे. सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि मुकेश सहनी ने अगर एनडीए छोड़ने की गलती तो अकेले ही रह जायेंगे.


सब को मिल रहा है पर्याप्त सम्मान
सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि बिहार में एनडीए वोटरों के बल पर गठबंधन की सभी पार्टियों के विधायक जीत कर आय़े हैं. मुकेश सहनी किसी औऱ मुगालते में नहीं रहें. सरकार में जिस पार्टी के जितने विधायक हैं उसके आधार पर उन्हें प्रतिनिधित्व मिल रहा है. जेडीयू सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन की सभी पार्टियों की बात सुनते हैं औऱ सभी नेताओं को सम्मान देते हैं.


सरकार एक तय एजेंडे पर काम कर रही है जिसे सभी पार्टियों ने मिल कर बनाया है. फिर भी मुकेश सहनी को कोई परेशानी है तो उन्हें मुख्यमंत्री से मिल कर अपनी बात कहनी चाहिये. मीडिया में इस तरह की बयानबाजी से सरकार औऱ गठबंधन की छवि खराब होती है. छोटी छोटी बातों पर मुंह फुलाने औऱ बयानबाजी से राजनीति नहीं होती है.