JDU सांसद बोले.. बिहार में केवल वोट लेने आती है BJP, गिरधारी यादव का बयान.. केंद्र की दिलचस्पी बिहार के विकास में नहीं

JDU सांसद बोले.. बिहार में केवल वोट लेने आती है BJP, गिरधारी यादव का बयान.. केंद्र की दिलचस्पी बिहार के विकास में नहीं

 PATNA : बिहार NDA में इन दिनों जबरदस्त खींचतान देखने को मिल रहा है। कभी BJP के नेता JDU पर निशाना साधते हैं। तो कभी JDU के विधायक और सांसद BJP को आईना दिखाने लगते हैं। ताजा मामला जेडीयू सांसद गिरधारी यादव से जुड़ा है गिरधारी यादव बांका से जेडीयू के विधायक हैं और उन्होंने बीजेपी को इस बार दम भर कोसा है। जेडीयू सांसद ने कहा है कि बीजेपी की दिलचस्पी बिहार के विकास में नहीं है।


एक स्थानीय मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में गिरधारी यादव ने कहा है कि बीजेपी की दिलचस्पी केवल बिहार में वोट लेने को लेकर रहती है ना कि विकास को लेकर। गिरधारी यादव से नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में बैठी सहयोगी दल बीजेपी की दिलचस्पी बिहार के विकास को लेकर नहीं दिखती है।


जेडीयू सांसद ने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए को 39 सांसद दे दिए इसके बावजूद पटना से दिल्ली के लिए एक नई ट्रेन तक की शुरुआत इन 7 सालों में नहीं हो पाई। पटना से दिल्ली के रूट पर रेल यात्रियों की तादाद दिन-पर-दिन बढ़ रही है। लेकिन बीजेपी ने केंद्र में सत्ता रहते हुए बिहार के लिए एक नई ट्रेन नहीं दी।


गिरधारी यादव ने कहा कि पीयूष गोयल के रेल मंत्री रहते बिहार के सभी सांसदों ने उनसे आग्रह किया था कि पटना से दिल्ली के बीच कोई नई ट्रेन चलाई जाए। उन्होंने आश्वासन भी दिया लेकिन आज तक एक ट्रेन नहीं चल पाई। गिरधारी यादव ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि बीजेपी की दिलचस्पी बिहार के विकास में नहीं है। बीजेपी चाहती है कि वह बिहार में जनता से वोट लेती रहें। जेडीयू सांसद ने सीधे कहा कि बीजेपी की दिलचस्पी बाकी कामों में है लेकिन बिहार के विकास में नहीं है।


जेडीयू सांसद के बयान को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने जेडीयू सांसद के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि जेडीयू सांसद को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह केंद्र सरकार के काम के बदौलत ही चुनाव जीत कर आए और आगे भी केंद्र का किया काम ही उनके चुनाव को प्रभावित करेगा। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि इस मामले को जनता दल यूनाइटेड नेतृत्व को गंभीरता से लेनी चाहिए कि सांसद केंद्र सरकार और बीजेपी के खिलाफ बयान देते हैं।