PATNA: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी नेताओं पर जेडीयू ने बड़ा हमला बोला है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा के नेताओं की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। ये लोग हिन्दू धर्म को लेकर पाखंड करते हैं। पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए जेडीयू नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ जमकर हमला बोला।
नीरज कुमार का कहना था कि भाजपा के शासनकाल में देश में सबसे ज्यादा मंदिर को तोड़ा गया। नीरज कुमार ने कहा कि आज हम जो भी बोलेंगे गीता साथ में रख कर बोलेंगे यदि बीजेपी हिंदू वादी हैं तो गीता रखकर ही जवाब दें कि हम जो बोल रहें हैं वो गलत है या सही। चाहे इसका जवाब दिल्ली वाले दें या फिर बिहार में बैठे भाजपा नेता दें। 2 मई 2006 को मंदिर तोड़ने के परंपरा देश में किसने शुरू की जरा यही बता दें।
उन्होंने कहा कि गुजरात हाई कोर्ट ने 2006 में नरेंद्र मोदी की सरकार पर टिप्पणी की थी। उस वक्त नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इस देश में मंदिर तोड़ने के शुरुआत गुजरात से हुई। गुजरात न्यायालय ने मंदिर तोड़ने पर सरकार के फ़ैसले पर टिप्पणी की थी। मामला जब सुप्रीम कोर्ट गया तब गुजरात सरकार ने खुद को इससे अलग कर लिया था। जेडीयू ने अमित शाह से पूछा कि वे ही बता दें कि इसमें क्या सच्चाई है?
नीरज कुमार ने कहा कि गुजरात में उस वक़्त की बीजेपी की सरकार ने मंदिरों को तोड़ा था या नहीं। जब सीएम से पीएम बने तब भी नरेंद्र मोदी ने इसका विरोध नहीं किया। जब सार्वजनिक स्थान से मंदिर तोड़ने का आदेश दिया गया था तब यूपी में मस्जिद बनवाने के लिए 5 एकड़ जमीन किसने दी थी। आज भी यूपी के वाराणसी में कितने मंदिर तोड़े गए यह बीजेपी बताए। 2019 में बनारस में भारत माता के मंदिर को तोड़ दिया गया। अयोध्या में 2022 में 30 मंदिरें तोड़ी गयी।
2008 में गुजरात में 80 मंदिर को तोड़ा गया। ये सभी मंदिर बीजेपी की सरकार में ही तोड़ी गयी। दिल्ली में अमित शाह के नाक के नीचे चाँदनी चौक में 2021 में हनुमान जी का मंदिर तोड़ दिया गया। जबकि एमसीडी में भी उस वक़्त भाजपा की सरकार थीं। इसके अलावा राजस्थान और उत्तराखण्ड में भी कई मंदिरें तोड़ी गई।
उन्होंने कहा कि बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह के क्षेत्र में 15 मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने के क्रम में तोड़ा गया लेकिन सत्ता के तरफ़ से कुछ नहीं बोला गया। बिहार में पथ निर्माण रहते हुए उनके मंत्री नितिन नवीन ने अलाइनमेंट के लिए मंदिर तोड़ने का आदेश पास किया था। नीरज कुमार ने कहा कि इसलिए कहता हूं कि बीजेपी नेताओं की करनी और कथन में बड़ा फर्क है।