JDU के एक MLC की गाड़ी से दिल्ली में घूमती रहीं लिपि सिंह, गाड़ी पर अवैध रूप से लगा था MP का स्टीकर, तो क्या सियासी आकाओं के निर्देश पर काम कर रहीं बाढ़ की ASP, पढ़िये सनसनीखेज खुलासा

JDU के एक MLC की गाड़ी से दिल्ली में घूमती रहीं लिपि सिंह, गाड़ी पर अवैध रूप से लगा था MP का स्टीकर, तो क्या सियासी आकाओं के निर्देश पर काम कर रहीं बाढ़ की ASP, पढ़िये सनसनीखेज खुलासा

PATNA: अनंत सिंह को बिहार लाने गयीं बाढ़ की ASP लिपि सिंह दिल्ली में जिस गाड़ी पर घूमती रहीं वो बिहार के सत्तारूढ़ पार्टी जदयू के एक विधान पार्षद की निकली. हद देखिये MLC की गाड़ी पर MP का स्टीकर लगा था, जो पूरी तरह अवैध है. अवैध गाड़ी पर सवार होकर बाढ़ की एएसपी लिपि सिंह दिल्ली में कानून की रक्षा करती रहीं. पढ़िए FIRST BIHAR का सनसनीखेज खुलासा https://youtu.be/QuO38t9_zDo जदयू MLC की गाड़ी पर घूमी लिपि सिंह लिपि सिंह आज जिस गाड़ी में सवार होकर दिल्ली के साकेत कोर्ट में अनंत सिंह का ट्रांजिट रिमांड लेने पहुंची उस पर MP का स्टीकर लगा था. वो भी राज्यसभा के MP का. गाड़ी का नंबर था-BR01PF 1341. टाटा की सफारी गाड़ी के बारे में हमने विस्तृत जांच पड़ताल की. ये गाड़ी जदयू के विधान पार्षद रणवीर नंदन का है. रणवीर नंदन ने ये गाड़ी 2014 में खरीदी थी. बिहार सरकार के परिवहन विभाग के पास इसका पूरा रिकार्ड है. लिपि सिंह रणवीर नंदन की गाड़ी से ही दिल्ली में घूम कर कानून बचा रही थीं. MLC की गाड़ी पर लगा था MP का अवैध स्टीकर राज्यसभा के नियमों के मुताबिक MP का स्टीकर सिर्फ उसी गाड़ी पर लगाया जा सकता है जिसका मालिक खुद सांसद हो. लेकिन MLC की गाड़ी पर सांसद का स्टीकर पूरी तरह से अवैध है. बड़ा सवाल ये है कि रणवीर नंदन की गाड़ी पर सांसद का स्टीकर कैसे लगा. अवैध तरीके से MP का स्टीकर लगे गाड़ी पर घूमकर लिपि सिंह किस कानून को बचा रही थीं. वैसे भी अगर उस गाड़ी पर MP का स्टीकर लगा था तो लिपि सिंह कैसे उस पर घूम रही थीं. MP के स्टीकर वाले गाड़ी पर सांसद खुद घूम सकते हैं. उस पर पुलिस पदाधिकारी कैसे घूम रही थीं. अनंत सिंह के हाथ आया बड़ा सबूत लिपि सिंह की गाड़ी ने अनंत सिंह के हाथ में बड़ा सबूत दे दिया है. अनंत सिंह के वकीलों ने बताया कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान इसे सबूत के तौर पर पेश किया जा सकता है. पहले से ही अनंत सिंह कहते रहे हैं कि लिपि सिंह जदयू के एक प्रमुख नेता की बेटी हैं और सत्तारूढ पार्टी की साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया है.