PATNA : विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखने वाले जेडीयू के उम्मीदवारों का गुस्सा अब सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी पर निकल रहा है. जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने यह आरोप लगाया है कि बीजेपी और एलजेपी की सांठगांठ की वजह से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. जय कुमार सिंह ने कहा है कि उन्होंने पार्टी फोरम पर सारी बातों को रख दिया है और अब फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को लेना है.
जेडीयू नेता जय कुमार सिंह के अलावे कई उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने समीक्षा बैठक के दौरान यह बात रखी है कि एलजेपी के उम्मीदवारों की वजह से उनकी हार हुई. इतना ही नहीं जेडीयू के हारे हुए उम्मीदवारों का यह भी कहना है कि बीजेपी ने एलजेपी को लेकर भ्रम की स्थिति बनाए रखी. नतीजा यह हुआ कि वोटर कंफ्यूज रहे और बीजेपी की तरफ से साफ मैसेज नहीं होने की वजह से जेडीयू उम्मीदवारों की हार हुई.
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान पहले चरण में जेडीयू का सूपड़ा साफ हो गया था. शाहाबाद के इलाके से आने वाले जय कुमार सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा. खुद जय कुमार सिंह के खिलाफ बीजेपी से बागी होकर मैदान में उतरे एलजीपी उम्मीदवार राजेंद्र सिंह ने ऐसी चुनावी बिसात बिछाई की जय कुमार सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा. राजेंद्र सिंह खुद तो चुनाव नहीं जीत पाए लेकिन उन्होंने जय कुमार सिंह के लिए हार पक्की कर दी. अब पार्टी के अंदर लगातार बीजेपी की नीति पर सवाल उठ रहे हैं. नीतीश कुमार भले ही बीजेपी के बूते सरकार चला रहे हो लेकिन हारे हुए उम्मीदवारों को यह सच कहने से गुरेज नहीं कि बीजेपी ने एलजेपी के साथ मिलकर उन्हें हराया.
हार पर मंथन को लेकर जेडीयू के अंदर जो नया बवाल खड़ा हुआ है उसे देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि अब बीजेपी को लेकर जेडीयू में सुर और कड़े होने वाले हैं.