PATNA : जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही नीतीश कुमार के हनुमान आरसीपी सिंह ने ये जता दिया कि उन्हें अपने नेता से क्या टास्क मिला है. अपने पहले भाषण में आरसीपी सिंह ने बीजेपी को 2010 के विधानसभा चुनाव की याद दिलायी. कहा- हम किसी की पीठ में छूरा नहीं भोंकते और किसी को ये मौका भी नहीं देंगे कि हमारे पीठ में छूरा भोंक सके.
बीजेपी पर आरसीपी के तल्ख तेवर
जेडीयू का अध्यक्ष बनने के बाद आरसीपी सिंह का पहला भाषण पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के बैठक में हुआ. आरसीपी सिंह ने आरजेडी-कांग्रेस या दूसरी विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधने के बजाय बीजेपी को आइना दिखाना जरूरी समझा. इसके लिए 2010 के चुनाव परिणाम की चर्चा की, जिसे जेडीयू-बीजेपी साथ मिलकर लड़े थे.
अपने भाषण में आरसीपी बाबू बोले
“आज जो लोग स्ट्राइक रेट और चेहरे की बात कर रहे हैं, उन्हें 2010 का चुनाव परिणाम याद नहीं होगा. 2010 में चुनाव परिणाम आने से पहले भी बीजेपी के लोग बड़ी-बड़ी बात कर रहे थे. लेकिन जब नतीजा आया तो हमारा स्ट्राइक रेट 90 प्रतिशत था. फिर सबकी जुबान बंद हो गयी.”
आरसीपी सिंह ने कहा कि 2010 के चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी के नेता अरूण जेटली और सुशील मोदी मिलने आये थे. बात हुई कि किसका स्ट्राइक रेट क्या रहा और किसे कितनी सीटें मिली. सीटों के आधार पर मंत्रियों की संख्या तय करने पर चर्चा हुई. लेकिन नीतीश जी ने कहा कि जो बात चुनाव से पहले तय हुई थी उसी के मुताबिक काम होगा. हमने जो करार किया था उससे पीछे नहीं हटे.
छूरा भोंकने का मौका नहीं देंगे
आरसीपी सिंह ने कहा कि हम किसी के पीठ में छूरा नहीं भोंकते लेकिन किसी को ये मौका भी नहीं देंगे कि वो हमारी पीठ में छूरा भोंक सके. उन्होंने कहा कि हम जिनके साथ रहते हैं, पूरी ईमानदारी से रहते हैं. हम साजिश नहीं रचते.किसी को धोखा नहीं देते. सहयोगी के प्रति ईमानदार रहते हैं. लेकिन अरूणाचल में जो कुछ हुआ वो गलत हुआ. हम ये तय करने करेंगे कि इस तरह का अवसर आगे नहीं आए. अब पूरे देश में पार्टी का विस्तार किया जाएगा.
नीतीश के खिलाफ एक शब्द बर्दाश्त नहीं
आरसीपी सिंह ने कहा कि किसी ने अगर नीतीश कुमार के खिलाफ एक शब्द भी बोला तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. जेडीयू के नये अध्यक्ष यहां भी बीजेपी को ही चेता रहे थे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की इमानदारी और साख ही जेडीयू की पूंजी है. इस पर किसी तरह का हमला बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.