जनता दरबार में पहुंचा फिजिकल टीचर की बहाली का मामला, CM से फरियादी ने कहा- 'अफसर बोलते हैं नीतीश कुमार ही नहीं चाहता तो हम क्या करें'

जनता दरबार में पहुंचा फिजिकल टीचर की बहाली का मामला, CM से फरियादी ने कहा- 'अफसर बोलते हैं नीतीश कुमार ही नहीं चाहता तो हम क्या करें'

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज फिर 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में आम लोगों की शिकायत सुन रहे हैं. जनता दरबार में एक ऐसा मामला सामने आया कि मुख्यमंत्री भी चौंक गए. दरअसल शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक की बहाली की शिकायत लेकर पहुंचे एक फरियादी ने सीएम के सामने वो सब कुछ बोल दिया जो अधिकारी मुख्यमंत्री को लेकर बोलते हैं.


शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक की बहाली में हो रही देरी की शिकायत लेकर एक शख्स सीएम के सामने पहुंचा और उसने कहा कि "सार्वजनिक शिक्षा स्वास्थ्य अनुदेशक की बहाली मिडिल स्कूल में 6 क्लास से लेकर 8वीं क्लास में होने वाली है. लेकिन ये प्रक्रिया प्रबंध समिति से कंपलीट होने के बावजूद भी आज तक पूरी नहीं हुई."


सीएम नीतीश के सामने बैठे फरियादी ने कहा कि " विभाग के अधिकारी कहते हैं कि इसके जिम्मेदार आप (मुख्यमंत्री) हैं. जब भी पूछते हैं तो कहता है कि कैबिनेट में होगा. और फिर कहता है कि मुख्यमंत्री ही नहीं चाहता है तो हम क्या करें. ऐसी बात प्राथमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी बोलते हैं. कहते हैं कि नीतीश कुमार ही नहीं चाहता तो हम क्या करें."



युवक की शिकायत सुनकर सीएम नीतीश ने फौरन अधिकारी को फोन घुमाया और पूछा कि "मिडिल स्कूल में फिजिकल टीचर की बहाली का कोई निर्णय हुआ है क्या. फरियादी कह रहा है कि शिक्षा विभाग में जाते हैं तो सब आपके (मुख्यमंत्री के) बारे में बोलता है. जब चाहेगा तब होगा. मेरे सामने कोई प्रपोजल आया है क्या? इस लड़के को एक्सप्लेन कर के बताइये. पहले आपको डिसीजन लेना है. तब न मेरे पास लाइयेगा."



आपको बता दें कि अभी कुछ ही दिन पहले पटना में शारीरिक शिक्षक और स्वास्थ्य अनुदेशकों ने सोमवार को नौकरी के लिए प्रदर्शन किया था. जिनके ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. स्वास्थ्य अनुदेशक और शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने जा रहे थे. 


गौरतलब हो कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 16 दिसंबर 2019 को शारीरिक शिक्षकों और स्वास्थ्य अनुदेशकों की परीक्षा ली गई थी. 11 फरवरी 2020 को परीक्षा फल की घोषणा की गई. 14 जुलाई 2020 को 3523 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था. आरोप है कि विभाग द्वारा बहाली की स्वीकृति भी मिल चुकी है. इसके बाद भी सरकार ने अभी तक बहाली प्रक्रिया शुरू नहीं की है. सरकार के इस रवैया को लेकर अभ्यर्थियों के बीच खासी नाराजगी है. 


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण, एससी-एसटी कल्याण, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, आइटी, कला-संस्कृति एवं युवा, वित्त, श्रम संसाधन और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं. बताया जा रहा है कि आज सीएम तक़रीबन  200 लोगों की शिकायत सुनेंगे और उनकी समस्याओं का ऑनस्पॉट निबटारा करेंगे.


आपको बता दें कि पिछली बार सीएम नीतीश मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न जिलों से 153 फरियादी पहुंचे थे. सीएम ने लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया.