Traffic Management : पटना में आज से गरजेगा बुलडोजर: गांधी मैदान से जेपी गंगा पथ तक 9 प्रमुख इलाकों से होगा अतिक्रमण उन्मूलन, DM ने बनाई 9 टीमें" PMC Hospital news : पीएमसीएच गार्डों ने कार चालक को पीटा, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल; मामले की जांच में जुटी पुलिस MLA Oath Ceremony : कौन होता है प्रोटेम स्पीकर? नए विधायकों को शपथ दिलवाने की जिम्मेदारी क्यों दी जाती है; बिहार विधानसभा सत्र से पहले आप भी जान लें इस सवाल का जवाब Bihar encounter : बिहार में सम्राट का एक्शन शुरू ! सुबह -सुबह इस जगह हुआ एनकाउंटर, कुख्यात अपराधी को पुलिस ने मारी गोली Bihar Assembly Winter Session 2025 : बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ-ग्रहण और डिजिटल सदन की शुरुआत बिहार में जनवरी से बदल सकता है जमीन का सर्किल रेट, पटना में तीन गुना तक महंगी होगी रजिस्ट्री Bihar weather update : बिहार में बढ़ेगी ठंड: दिसंबर के पहले सप्ताह से तापमान में गिरावट, कई जिलों में छाया कोहरा Bihar News: तेज रफ्तार बोलेरो और बाइक की जोरदार टक्कर, हादसे में एक की मौत; दूसरा युवक घायल Bihar News: तेज रफ्तार बोलेरो और बाइक की जोरदार टक्कर, हादसे में एक की मौत; दूसरा युवक घायल Bihar News: बिहार के युवाओं के लिए अच्छी खबर, इतने पदों पर होगी स्पोर्ट्स ट्रेनर की भर्ती; जान लीजिए लास्ट डेट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 13 Jan 2024 01:10:12 PM IST
- फ़ोटो
PATNA/ RANCHI: सनातन धर्म में मकर संक्रांति का खास महत्व होता है। जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, तब मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन स्नान और दान-पुण्य का काफी महत्व होता है। मकर संक्रांति के दिन किसी-किसी जगह पर खिचड़ी खाने की परंपरा है। ऐसे में इसे खिचड़ी भी कहा जाता है।
मकर संक्रांति पर्व 14 या 15 जनवरी को मनाया जाएगा, इसको लेकर इस साल भी लोगों के बीच संशय की स्थिति है हालांकि उदयातिथि के मुताबिक, मकर संक्रांति का पर्व इस बार 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य रात 2 बजकर 54 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्रांति पुण्यकाल सुबह 07.15 मिनट से शाम 06.21 मिनट तक रहेगा वहीं मकर संक्रांति का महा पुण्यकाल सुबह 07.15 से सुबह 09.06 मिनट तक रहेगा।
77 सालों के बाद 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर वरीयान योग और रवि योग का संयोग बन रहा है। इस दिन बुध और मंगल भी एक ही राशि धनु में विराजमान रहेंगे। ऐसे में इस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाना शुभ फलदायी होगा। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव से मिलने के लिए आते हैं और शुक्र का उदय भी लगभग इसी समय होता है इसलिए यहां से मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत हो जाती है।
ऐसे करें पूजा..
मकर संक्रांति के दिन सुबह स्नान कर लोटे में लाल फूल और अक्षत डाल कर सूर्य को अर्घ्य दें। इस दौरान सूर्य के बीज मंत्र का जाप करें। श्रीमदभागवद के एक अध्याय का पाठ करें या गीता का पाठ करें। नए अन्न, कम्बल, तिल और घी का दान करें। भोजन में नए अन्न की खिचड़ी बनाएं। भगवान को भोजन समर्पित करने के बाद उसे प्रसाद रूप से ग्रहण करें। संध्या काल में अन्न का सेवन नहीं करें। इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को बर्तन समेत तिल का दान करने से शनि से जुड़ी हर पीड़ा से मुक्ति मिलती है।