1st Bihar Published by: Updated Mon, 04 Jan 2021 10:53:48 AM IST
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PATNA : हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का त्योहार विशेष महत्त्व रखता है. इस दिन भगवान सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं या यूं कहें इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होता है. सूर्य का उत्तरायण होना बेहद शुभ माना जाता है और इसी दिन मकरसंक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा और अन्य पावन नदियों के तट पर स्नान और दान, धर्म करते हैं.
इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी. सुबह 8.30 बजे से शाम 5.46 तक मकर संक्रांति का पुण्य काल रहेगा. ज्योतिषाचार्य में मत्स्य पुराण के हवाले से बताया जाता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य का उत्तरायण यानी देवताओं का दिन प्रारंभ होता है. ऐसे में शुभ कार्यों के लिए शुभ समय माना जाता है. इस दिन दक्षिण भारत में पोंगल और असम में बिहू का पर्व मनाया जाता है.
ज्योतिष के अनुसार सूर्यास्त के पहले अगर संक्रांति लगती है तो उसी दिन संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. ऐसे में इस साल संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को ही मानेगा. वहीं बीते वर्ष 2020 में 15 जनवरी को सुबह 7:52 बजे सूर्य का मकर राशि में प्रवेश के कारण 15 जनवरी को संक्रांति मनी थी. वहीं 2019 में 14 जनवरी की मध्यरात्रि 2:19 बजे सूर्य की राशि परिवर्तन हुई थी जिस वजह से उस साल भी 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई गई थी.