JAMUI: कोरोना का डर इस कदर से स्वास्थ्यकर्मियों में है कि आम बीमार आदमी को भी इलाज करने से डर रहे हैं. हरियाणा का बीमार मजदूर चार घंटे तक नाले में गिरा रहा. लेकिन स्वास्थ्य कर्मी डर से मदद नहीं की. जब फर्स्ट बिहार की टीम ने सिविल सर्जन से बात की तब जाकर मजदूर को हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
हॉस्पिटल परिसर में स्वास्थ्य कर्मी छुने को नहीं थे तैयार
सोमवार को हरियाणा का एक मजदूर सुबह से 4 घंटे तक सदर अस्पताल परिसर स्थित नाले में गिरा रहा. लेकिन कोई स्वास्थ्य कर्मी उसे छूने को तैयार नहीं हुआ. गंभीर रूप से बीमार युवक शंकर कुमार हरियाणा के कुरुक्षेत्र का रहने वाला है. बताया जाता है जिसे 5 दिन पहले बीमार युवक को झाझा जीआरपी ने इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल पहुंचाया था. लेकिन बीमारी युवक का समुचित उपचार नहीं किया गया.
बारिश के बीच गिरा रहा नाले में
सोमवार की सुबह शारीरिक रूप से कमजोर युवक अस्पताल के वार्ड से बाहर निकल कर नाले में गिरा पड़ा था जो तेज वर्षा के बीच नाले में 4 घंटे तक यूं ही पड़ा रहा. सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी एवं डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद स्थिति यह है कि स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में भर्ती मरीज को देखने नहीं आते हैं. करीब 4 घंटे तक नाले में गिरे युवक की जानकारी जब फर्स्ट बिहार झारखंड की टीम को हुई उसके बाद फर्स्ट बिहार झारखंड न्यूज़ टीम के रिपोर्टर ने सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी सिविल सर्जन विजयेद्र सत्ययार्थी को इसकी जानकारी दी और युवक को स्वास्थ्य कर्मियों उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही डॉक्टर मनीष आनंद के द्वारा युवक का इलाज कराया गया जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है.