जमुई में बड़ी लापरवाही, कोरोना से मौत के बाद भी नहीं सील किया गया इलाका, दहशत में लोग

जमुई में बड़ी लापरवाही, कोरोना से मौत के बाद भी नहीं सील किया गया इलाका, दहशत में लोग

JAMUI : जमुई में पुलिस प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिसके बाद से इलाके के लोग दहशत में हैं. दरसल जिले में कोरोना से सिकन्दरा के एक डॉक्टर के वाहन चालक की बुधवार की सुबह मौत हो गई. कोरोना संक्रमण से हुई मौत को लेकर पूरे सिकन्दरा चौक, बाजार और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया. 

मिली जानकारी के अनुसार सिकन्दरा प्रखंड के एक चिकित्सक लखीसराय जिले के हलसी प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. मृतक चिकित्सक का निजी वाहन चलाता था. वह मूल रूप से जिले के झाझा का रहने वाला था.इस मामले में चिकित्सक ने बताया कि विगत सप्ताह से चालक हल्का बुखार से पीड़ित था. कोरोना संक्रमण की आशंका के आधार पर हलसी स्वास्थ्य केन्द्र में ही कोरोना जांच करवाया गया था. मंगलवार को पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर अपने आवास में ही क्वारंटीन में रखा गया था. इसी बीच अहले सुबह चालक की मौत हो गई.मृतक के स्वजनों को इसकी जानकारी दी गयी है. वहीं सिकन्दरा में कोरोना से हुई पहली मौत से लोगों में दहशत है. घटना के बाद आसपास के  ग्रामीणों ने प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पांच दिन पूर्व एक चिकित्सक, उसके कर्मी और एक मवेशी चिकित्सक के साथ चार संक्रमित पाए गए थे.

बुधवार को चिकित्सक के चालक की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. इसके बाद भी प्रशासन ने रेड एलर्ट एरिया घोषित करते हुए इसे सील करना मुनासिब नहीं समझा है. ऐसे में कोरोना के कहर से सिकन्दरा के लोग भयभीत है. बता दें एक महीने पहले कोरोना से पहली मौत खैरा के रहने वाले एक वृद्ध की हुई थी. वहीं सिकंदरा में हुई मौत जिले में अब तक की दूसरी मौत है.