जाली नोट के धंधेबाजों को पुलिस ने धर दबोचा, बिहार से नेपाल तक जुड़े हैं इनके तार

जाली नोट के धंधेबाजों को पुलिस ने धर दबोचा, बिहार से नेपाल तक जुड़े हैं इनके तार

SUPAUL :सुपौल पुलिस ने जाली नोट के धंधेबाजों को धर दबोचा है। इनके पास से भारी मात्रा में जाली नोट के साथ प्रिंटर मशीन भी बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि पिछले पांच सालों से ये गिरोह सक्रिय है और इनके तार बिहार से लेकर नेपाल तक फैले हुए हैं।


सुपौल में पांच सालों से जारी जाली नोट के बड़े नेटवर्क का वीरपुर पुलिस ने पर्दाफाश किया है। 40 हजार के जाली नोट के साथ कुल तीन लोगो को विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया है। वहीं नोट छापने वाली प्रिंटर मशीन भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। वहीं पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गयी है।


एएसपी रामानंद कौशल ने बताया कि दरअसल कुछ दिन पहले वीरपुर से रोशन साह नाम के  युवक को जाली नोट के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उससे पूछताछ में पता चला कि इसके तार उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार तक जुड़े हुए हैं,जो 50,100 और 200 के जाली नोट छापकर छोटे दुकानदारों की ठगी करते हैं। इस गिरोह का मुख्य सरगना पीपरा बनमनखी का रहने वाला  विकास कुमार और कटिहार का रहनेवाला  अनमोल कुमार उर्फ मंगल हैं।


एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने वीरपुर  एएसपी रामानंद कौशल के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर इन दो सरगनाओं की गिरफ्तारी के लिए कटिहार भेजा जहां कटिहार में अनमोल कुमार को गिरफ्तार किया गया उसके बाद पुर्णिया के बनमनखी से विकास कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बाबत डीएसपी रामानंद कौशल ने बताया कि कटिहार और पुर्णिया से गिरफ्तार विकास और अनमोल 5 सालों से जाली नोट का कारोबार करता है। ये दोनों इसी  मामले में पूर्व में जेल भी जा चुका है लेकिन जेल से निकलने के बाद फिर से इसी कारोबार में जुट कर नेपाल के ईलाके में अपना पांव पसार रहा था। लेकिन पुलिस ने इस बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया और इससे जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश की जा रही है।