जेल से निकलते ही लवली आनदं के लिए एक्टिव हुए आनंद मोहन, कहा - हम जय श्री राम नहीं, सीता - राम वाले लोग; राजपूत वोटरों को लेकर भी कही ये बात

जेल से निकलते ही लवली आनदं के लिए एक्टिव हुए आनंद मोहन, कहा -  हम जय श्री राम नहीं, सीता - राम वाले लोग; राजपूत वोटरों को लेकर भी कही ये बात

MUZAFFARPUR : जेल से बाहर निकलते ही पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। आनंद मोहन लगातार अपने पुराने क्षेत्रों में जाकर लोगों को एकजुट कर रहे हैं और अपनी पत्नी लवली आनंद के लिए अभी से ही लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि इस को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। लेकिन, करीबी सूत्रों से यह जानकारी हासिल हुई है कि लवली आनंद इस बार वैशाली लोकसभा सीट से राजद की उम्मीदवार हो सकती है।


दरअसल, पिछले दिनों जेल मैनुअल में बदलाव के बाद बाहर निकले पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन पहले की तरह ही अपने संसदीय इलाके में काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि अब वह अपने पुराने अंदाज में भाषण भी दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब उन्होंने मुजफ्फरपुर में बड़ी बात कही है। आनंद मोहन ने कहा है कि रामायण, महाभारत, गीता जैसे धर्म ग्रंथों में हिंदू शब्द का जिक्र ही नहीं बल्कि क्षत्रिय शब्द की चर्चा है। आनंद मोहन ने कहा कि आश्चर्य होता है कि महाराणा प्रताप को आज कुछ लोग हिंदू से जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का सेनापति हकीम खान सूरी था जबकि अकबर का सेनापति मान सिंह था।


इसके आगे उन्होंने कहा कि, बीजेपी पर इशारों ही इशारों में तंज कसते हुए कहा कि हम सब सिर्फ जय श्री राम वाले नही है बल्कि हम सभी जय सियाराम वाले है। बिना सीता माता के राम अधूरे है। उन्होंने कहा कि, अगर यूपी में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो बिहार के लोगों को भी सीतामढी के पुनौरा धाम में माता सीता का भव्य मंदिर की जरूरत है। इसके लिए लम्बी लड़ाई भी करनी पड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर यह दोहराया कि, वो आगामी  नवंबर माह में पटना के गांधी मैदान में विशाल जनसभा का आयोजन करेंगे।  जिसमें लाखों लोगों की भीड़ होगी। 




वही, बिहार के इतिहास में कल पहली बार यह भी देखने को मिला कि कोई दोषी जेल से रिहा होने के बाद सीधे सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंचा हो। आनंद मोहन नीतीश कुमार से लगभग आधे घंटे तक मुलाकात की है और इस दौरान काफी बात भी हुई। वहीं राजनीतिक जानकारों की माने तो आनंद मोहन के बयान और उनके इस मुलाकात को राजपूतों को महागठबंधन के तरफ खींचने की कोशिश बताई जा रही है। यही वजह है कि आनंद मोहन अपनी पत्नी को लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में नवंबर में होने वाली रैली भी आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद के लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है।



आपको बताते चलें कि, पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन की पत्नी पहली बार 1994 में वैशाली लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुनी गई थी।वैशाली लोकसभा क्षेत्र में शुरू से ही राजपूत उम्मीदवार अपना परचम लहराते रहे हैं। ऐसे में अब जिस तरह आनंद मोहन राजपूत वोटरों को अपने तरफ लाने के लिए जगह - जगह घूम रहे हैं और जो बातें कह रहे हैं उससे यह साफ़ मालूम चल रहा है की वो अभी से अपनी पत्नी के लिए एक्टिव हो गए हैं। वैसे वर्तमान में यहां से जदयू के एमएलसी दिनेश सिंह की धर्मपत्नी वीणा देवी एनडीए गठबंधन के लोजपा से सांसद है । ऐसे में आने वाले चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के तरफ से = राजपूत वोटरों के लिए जोरदार टक्कर देखने को मिल सकती है।