जेल से निकले युवक को चोरी के आरोप में फिर भेजा गया जेल, मंत्री रामसूरत राय के भाई से जुड़ा है मामला

जेल से निकले युवक को चोरी के आरोप में फिर भेजा गया जेल, मंत्री रामसूरत राय के भाई से जुड़ा है मामला

MUZAFFARPUR: शराबबंदी वाले बिहार में बीते कुछ माह पहले बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय के भाई हंस लाल राय के स्कूल से बरामद हुई शराब की बड़ी खेप के मामले ने काफी तूल पकड़ा था। तब पुलिस ने अमरेंद्र कुमार नामक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उस वक्त इसे लेकर विपक्ष काफी हमलावर हुआ था। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उक्त मामले को लेकर पकड़े गये युवक अमरेंद्र कुमार के भाई अंशु भास्कर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेस कर रामसूरत राय और उनके भाई हंस लाल राय पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।बीती रात बोचहां थाना क्षेत्र में उक्त शराब कांड में पकड़े गए युवक अमरेंद्र कुमार व उसके भाई अंशु भास्कर को स्थानीय लोगों ने पकड़ कर चोरी के आरोप में फिर पुलिस के हवाले कर दिया है।


हालांकि पकड़े गए युवकों का आरोप है कि उनसे मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय द्वारा पूर्व की रंजिश निकाली जा रही है और उन्हें फंसाया जा रहा है। पकड़े गये युवकों ने बताया की बीते शाम हंस लाल राय के बेटे मृत्युंजय ने अमरेंद्र को फोन कर स्कूल के सामने स्थित राजेश शाह के मकान पर सुलह करने को बुलाया था लेकिन साजिश के तहत उन्हें चोरी के मामले में फंसाया गया और फिर से जेल भेजने का काम किया गया है। 


पीड़ित युवकों ने एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मदद की गुहार लगाई है। वही पूरे मामले में डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया कि सील किए गए स्कूल में उक्त दोनों युवक के घुसने की सूचना मिली थी जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।


अमरेंद्र ने बताया कि साढ़े आठ महीने बाद जेल से बाहर निकले थे। कल रात को केस के संबंध में मिलने के लिए बुलाया गया था। जैसे ही दोनों भाई मिलने पहुंचे चोर-चोर हल्ला कर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। चोरी का जो आरोप लगाया गया है वो गलत है।


हम दोनों भाईयों को हंस लाल राय के बेटे मृत्युंजय राय ने मिलने के लिए बुलाया था और मामले की जांच में सहयोग की बात कही गयी थी. बीते 7 नवम्बर को जो शराब पकड़ाया था मेरी सूचना के आधार पर ही कार्रवाई की गयी थी। लगभग 900 कार्टन शराब बरामद हुई थी। उसी समय से बदला लेने के उद्धेश्य से हमें फंसाने का षडयंत्र रचा जा रहा था। चोरी का आरोप लगाकर बीती रात दोनों भाइयों की पिटाई की गयी और पुलिस के हवाले कर दिया।

  

अंशू भास्कर ने बताया कि हमलोगों को फंसाकर जेल भेजा जा रहा है। तेजस्वी यादव के साथ पटना में प्रेसवार्ता किए जाने पर हमलोगों को फंसाया जा रहा है। दोनों भाईयों को जेल भेजा जा रहा है। हम न्याय की उम्मीद लेकर तेजस्वी यादव से मिलने गये थे। इसी का बदला लेने के लिए फिर दोनों भाइयों पर चोरी का आरोप लगाया गया है।