DESK : घर में शादी के नाम पर जेल से पेरोल पर बाहर निकले पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और उनके भाई दीनानाथ सिंह नयी मुसीबत में फंस गये हैं. पेरोल पर बाहर रहने के दौरान उनके खिलाफ एक नया मुकदमा दर्ज हो गया है. पुलिस ने प्रभुनाथ सिंह के भाई दीनानाथ सिंह के साथ साथ उनके समधी के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है.
रांची में दीनानाथ सिंह पर मुकदमा
प्रभुनाथ सिंह के भाई दीनानाथ सिंह के खिलाफ ये मुकदमा रांची के बरियातू थाने में दर्ज किया गया है. दीनानाथ सिहं के बेटे अभिषेक सिंह की बारात बिहार के छपरा जिले के मशरख से रांची आयी थी. इसी शादी के दौरान दीनानाथ सिंह पर लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने का आरोप लगा है. रांची के बरियातू थाने में उनके खिलाफ रविवार को प्राथमिकी दर्ज की गयी. स्थानीय अंचलाधिकारी ने ये केस दर्ज कराया है.
अंचलाधिकारी वीरेंद्र कुमार साहू की ओऱ से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में प्रभुनाथ सिंह के भाई दीनानाथ सिंह के साथ साथ उनके समधी प्रमोद कुमार सिंह को भी अभियुक्त बनाया गया है. प्रमोद कुमार सिंह की बेटी के साथ ही प्रभुनाथ सिंह के भतीजे अभिषेक की शादी हुई है. रांची के मोरहाबादी के बोडेया रोड में गीतांजलि मैरेज हॉल में ये शादी हुई थी. पुलिस ने इस मैरेज हॉल के मालिक विनोद गोप को भी मुकदमे में अभियुक्त बनाया है.
300 गाडियों से बारात लेकर पहुंचे थे दीनानाथ सिंह
दरअसल रांची जिला प्रशासन को ये खबर मिली थी कि 14 मई को गीतांजलि मैरेज हॉल में हुई दीनानाथ सिंह के बेटे की शादी में लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उडा दी गयी थीं. प्रभुनाथ सिंह औऱ उनका कुनबा तीन सौ गाडियों के साथ बारात लेकर रांची पहुंचा था. जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए बड़गाई के अंचलाधिकारी वीरेंद्र कुमार साहू को अधिकृत किया था. अंचलाधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि इस शादी में लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उडा दी गयीं. शादी में तय संख्या से काफी ज्यादा तादादा में लोग शामिल हुए. न शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया औऱ ना ही मास्क लगाने के नियम का पालन किया गया. इसके बाद प्रशासन ने सीओ को केस दर्ज कराने का निर्देश दिया. जिसके आधार पर केस दर्ज हुआ है.
गौरतलब है कि झारखंड में 27 मई तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह चल रहा है. राज्य सरकार ने 15 मई तक किसी शादी ब्याह में अधिकतम 50 लोगों के शामिल होने की इजाजत दी थी. वह भी तब जब शारीरिक दूरी औऱ मास्क पहनने के नियम का हर हाल में पालन किया जाये. 16 मई के बाद तो शादी ब्याह में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या औऱ कम करके सिर्फ 11 कर दी गयी है. यानि फिलहाल किसी भी शादी में सिर्फ 11 लोग शामिल हो सकते हैं. लेकिन 14 मई को हुई दीनानाथ सिंह के बेटे की शादी में सैक़डों लोग शामिल हुए.
बढ़ सकती हैं दीनानाथ सिंह की मुसीबत
दरअसल दीनानाथ सिंह औऱ उनके भाई पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. पूर्व विधायक अशोक सिंह हत्याकांड में अदालत ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुना रखी है. रांची हाईकोर्ट ने सजा के खिलाफ उनकी अपील भी खारिज कर दी है. इस बीच पिछले 30 अप्रैल को दोनों भाई पेरोल पर छूट कर बाहर आये हैं. दीनानाथ सिंह के बेटे अभिषेक सिंह की शादी के लिए उन्हें अदालत ने पेरोल पर रिहा किया था. पेरोल पर बाहर रहने के दौरान हुआ मुकदमा दीनानाथ सिंह के लिए बडी परेशानी का सबब बन सकता है. प्रभूनाथ सिंह के भाई दीनानाथ सिंह के बेटे अभिषेक सिंह उर्फ टुटु का तिलक 9 मई को छपरा के मशरख में हुआ था वहीं बारात 14 मई को रांची गयी थी.