SAHARSA: गोपालगंज के तात्कालीन डीएम जी कृष्णनैय्या हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन एक फिर पैरोल पर जेल से बाहर आ गए हैं। बेटी की सगाई में शामिल होने के लिए हाल ही में आनंद मोहन पैरौल पर बाहर आए थे और समय सीमा खत्म होने के बाद वापस जेल चले गए थे। अब बेटी की शादी में शामिल होने के लिए उन्हें पैरोल मिली है। जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया।
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद आनंद मोहन को अपनी बेटी सुरभि आनंद की सगाई के मौके पर पहली बार 15 दिनों की पैरोल मिली थी और बेटी की शादी के लिए एक महीने का पैरोल उन्हें मिला है। जेल से बाहर आने पर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने बताया कि उन्हें दो टुकड़ों में 15-15 दिन का पैरोल मिला है। आनंद मोहन ने कहा कि अभी तो पैरोल पर बाहर आए हैं लेकिन आगे भी सबकुछ अच्छा होगा, इतान भरोसा दिलाता हूं। आनंद मोहन के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि जल्द ही जेल से उनकी रिहाई हो जाएगी।
आनंद मोहन सहरसा मंडल कारा से पहली किश्त में 15 दिनों के लिए पैरोल पर बाहर आए हैं। आने वाली 10 फरवरी को आनंद मोहन की बेटी सुरभि की शादी पर फलदान और 15 फरवरी को होने वाले विवाहोत्सव के लिए उन्हें पैरोल मिला है। जेल से निकलने के बाद उन्होंने समर्थकों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनकी रिहाई हो जाएगी। बता दें कि बिहार के बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों पटना में आयोजित क्षत्रियों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि हम कोशिश कर रहे हैं, घबराइए नहीं।
बता दें कि, आनंद मोहन की रिहाई के संकेत उसी वक्त मिल गए थे जब उनकी बेटी सुरभि की सगाई के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे। सीएम के साथ साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ पहुंचे थे। इस दौरान नीतीश कुमार और आनंद मोहन के बीच की दूरियां मिटती दिखी थीं। इस मौके पर महागठबंधन के साथ बीजेपी और दूसरे दलों के नेता भी पहुंचे थे। आनंद मोहन सिंह के बेटे चेतन आनंद आरजेडी के विधायक हैं और उनकी पत्नी लवली आनंद भी आरजेडी में हैं। फिलहाल बिहार में महागठबंधन की सरकार है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही आनंद मोहन की रिहाई हो जाएगी।