झंडोत्तोलन के लिए भी RJD ऑफिस नहीं आये जगदानंद सिंह, तेजस्वी ने पार्टी कार्यालय में पहली बार फहराया तिरंगा

झंडोत्तोलन के लिए भी RJD ऑफिस नहीं आये जगदानंद सिंह, तेजस्वी ने पार्टी कार्यालय में पहली बार फहराया तिरंगा

PATNA : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के बयान से आहत जगदानंद सिंह आज भी पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पार्टी कार्यालय में तिरंगा फहराना था इसके लिए आधिकारिक तौर पर पार्टी ने सूचना भी जारी की थी लेकिन जगदा बाबू झंडोत्तोलन के लिए प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंचे। जगदानंद सिंह की गैरमौजूदगी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को खुद पार्टी कार्यालय पहुंचना पड़ा और उन्होंने पहली बार आरजेडी ऑफिस में तिरंगा फहराया। उनके साथ एमएलसी सुनील सिंह पूर्व विधायक भोला यादव समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे। 


दरअसल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश कार्यालय में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ही झंडोत्तोलन करते रहे हैं। जगदानंद सिंह भी हर बार इस मौके पर उपलब्ध रहते हैं लेकिन पिछले दिनों तेज प्रताप यादव ने जिस तरह जगदा बाबू को जलील किया उन्होंने पार्टी कार्यालय आना छोड़ दिया। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह हफ्ते भर से पार्टी ऑफिस नहीं आए हैं उनको मनाने की हर कोशिश में फेल हो चुकी हैं। आरजेडी सूत्रों की मानें तो आज स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए भी तेजस्वी यादव ने जगदा बाबू को मनाने की पूरी कोशिश की लेकिन नतीजा सिफर रहा जगदानंद सिंह नहीं माने और न तीजन तेजस्वी यादव को खुद आकर पार्टी कार्यालय में झंडोत्तोलन करना पड़ा। 


स्वतंत्रता दिवस जैसे मौके पर जगदानंद सिंह का प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंचना इस बात का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है कि जगदा बाबू इस बार नहीं मानने वाले। तेज प्रताप यादव ने उन्हें जिस तरह जलील करते हुए हिटलर बताया और यहां तक कह डाला कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है। उसके बाद जगदानंद सिंह नाराज हैं। हालांकि पार्टी के नेता उनके बीमार होने के बारे में जानकारी दे रहे हैं लेकिन पिछले दिनों पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने जगदा बाबू को मनाने की हर कोशिश की है। इसके पहले तेजस्वी यादव पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे थे तब भी जगदानंद सिंह नहीं आए। तेज प्रताप यादव की तरफ से रोज दिन दिए जा रहे बयानों से नाराज हैं माना जा रहा है कि इस बार उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से तौबा करने का फैसला कर लिया है। अब देखना होगा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर दूरी बनाने वाले जगदा बाबू अधिकारिक तौर पर कब प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी छोड़ने का ऐलान करते हैं या फिर तेजस्वी यादव हर बार की तरह उन्हें मना लेते हैं।