PATNA : देश में कल यानी 28 नए ससंद भवन उद्घाटन करेंगे। इससे पहले आज पीएम नीति आयोग की बैठक कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ इस बैठक और उद्घाटन समारोह का देश के कुछ प्रमुख विपक्षी दलों के तरफ से विरोध जताया जा रहा है। इसी कड़ी में अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि - सत्ता में बैठे लोग इस देश के इतिहास को बदल देंगे।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि- क्या जरूरत है बोलिए, अलग बिल्डिंग बनाने का कोई जरूरत था। हम दिल्ली जो गए तो सब लोगों से इसको लेकर बातचीत किए और शुरू में भी जब यह बात हुआ था कि बन रहा है ऐसा हो रहा है तो हमको तो अच्छा नहीं लगा। यह तो हमारा इतिहास है। आजादी हुई तो जो चीज जहां से था वहां से शुरुआत हुआ तो उसी को और विकसित किया जाना चाहिए अलग से नया बनाने का कोई मतलब ही नहीं है। कुछ नया बनाकर मुझे इसका मतलब क्या है कि आप पुराना इतिहास बदल दीजिएगा।
इसके आगे नीतीश कुमार ने कहा कि अन्य राजनीतिक पार्टियां राष्ट्रपति की से उद्घाटन ना करवाए जाने को लेकर विरोध कर रही है लेकिन अगर हमसे पूछ लेगा तो मेरा मानना है कि, अलग संसद भवन की जरूरत ही नहीं थी। जो पहले से था उसी को विकसित करना चाहिए था। जो इतिहास है उसको भुला दीजिएगा कल होकर इसको खत्म कर दीजिएगा। हम हर बार कह रहे हैं कि जो शासन में आजकल हैं वह सारे इतिहास बदलने की कोशिश में लगे हुए हैं। आजादी की लड़ाई का इतिहास बदल देंगे। कल वाला कार्यक्रम सही है फ़ालतू है।
नई दिल्ली में आज हो रही नीति आयोग की बैठक को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा ''आज मेरे जाने का कोई तुक नहीं था, कल वाला तो बिल्कुल बेकार है।नया भवन बनाने की आवश्यकता नहीं थी ये लोग सारा इतिहास बदल रहे हैं।'' वहीं सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में हमलोग बहुत काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आज देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु जी का पुण्यतिथि था इस वजह से मेरा पहले से सबकुछ तय था। हम उनको बताए कि यह बात है इसके बाबजूद वो नहीं माने तो और सुबह में ही कार्यक्रम रखा। इसके बाद हम खुद न जाकर कुछ अधिकारियों को भेजने की बात कही फिर भी वो नहीं मानें तो अब कोई भी लोग यहां से नहीं गया।हमारा तो यही था बाकी राज्यों से लोग काहे नहीं गए इसकी जानकारी नहीं मुझे नहीं है। इस दौरान सीएम ने कहा कि कि अगर वे नीति आयोग की बैठक में जाते तो बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना की बात भी रखते।
इसके अलावा जब नीतीश कुमार से यह पूछा गया कि - बीजेपी कह रही है कि आपने विधानसभा के एक्सटेंशन भवन का उद्घाटन किया, आपने राज्यपाल से नहीं करवाया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वह विधानसभा का भवन नहीं था, जहां कार्यवाही चलती है। वो विस्तारित भवन था जो बीजेपी वाले शायद भूल गए हैं। जो केंद्र में शासन कर रहे हैं वो इतिहास को बदलना चाहते हैं।