PATNA : केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार इसी महीने के आखिर में हो सकता है। सियासी गलियारे में यह चर्चा है कि 21 अगस्त के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। फिलहाल स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम और अमृत महोत्सव को देखते हुए कैबिनेट विस्तार संभव नहीं है, लेकिन इसमें ज्यादा देरी भी नहीं होगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक बार फिर से जनता दल यूनाइटेड से किसी चेहरे को जगह मिल सकती है। जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। केंद्रीय कैबिनेट से आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद फिलहाल केंद्र सरकार में जेडीयू का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। ऐसे में जेडीयू से किसी चेहरे के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की पूरी संभावना है।
हालांकि सियासी गलियारे में चर्चा यह है कि जनता दल यूनाइटेड इस बार हर हाल में केंद्रीय मंत्रिमंडल के अंदर दो मंत्री पद चाहता है। नीतीश कुमार भी चाहते हैं कि उनकी पार्टी का प्रतिनिधित्व दल के दो नेताओं को मिले। जेडीयू साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भी दो मंत्री पद चाहता था, लेकिन जब बीजेपी ने एक मंत्री पद का ऑफर दिया तो नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला किया था। बाद में परिस्थितियां बदली और आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले इकलौता चेहरा बने, लेकिन अब उनके इस्तीफे के बाद जेडीयू से 2 चेहरों को एक बार फिर से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की मांग उठ रही है। संभव है इसके लिए बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बीच बातचीत भी हुई हो, लेकिन पिछले दिनों नीतीश कुमार कोरोना संक्रमित हो गए थे। लिहाजा जेपी नड्डा से लेकर अमित शाह जब पटना पहुंचे तो नीतीश से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। अब नीतीश कुमार का संक्रमण खत्म हो चुका है। आगे आने वाले दिनों में या तो नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं या फिर धर्मेंद्र प्रधान जैसे नेता को बीजेपी की तरफ से बातचीत की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू एक कैबिनेट स्तर का पद और दूसरा राज्य मंत्री के पद से भी काम चलाने को तैयार बैठी है। केंद्रीय कैबिनेट में जेडीयू की तरफ से किसे जगह मिलेगी यह फिलहाल तय नहीं है, लेकिन इसके सबसे प्रबल दावेदार मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह माने जा रहे हैं। दूसरे चेहरे के तौर पर नालंदा के सांसद कौशलेंद्र के अलावे संतोष कुशवाहा का नाम भी बताया जाता है। हालांकि पिछली दफा जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के नाम की भी चर्चा हुई थी। सामाजिक समीकरण के लिहाज से जो चेहरा फिट बैठेगा जेडीयू नेतृत्व उसी को केंद्रीय कैबिनेट में जगह दिलवाएगा, लेकिन ललन सिंह केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होंगे या नहीं फिलहाल यह बड़ा सवाल है। ललन सिंह अगर केंद्र में मंत्री बनते हैं तो फिर जेडीयू का अध्यक्ष आगे कौन होगा। क्या लल्लन सिंह ही दोनों भूमिकाएं निभाएंगे या फिर संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी संभालेंगे यह सवाल भी बना हुआ है।