PATNA : बिहार और झारखंड के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का 8 कोच चेन्नई से पटना आ गयी है। इसके बाद अब इसका ट्रायल होने के बाद संचालन रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस को सरपट दौड़ाने से पहले रूट का संरक्षा ऑडिट यानी सेफ्टी टेस्ट शुरू हो गया है। इसको लेकर दो रेल मंडलों के संरक्षा कोटि के शीर्ष अधिकारी जगह-जगह पर ट्रैक की सुरक्षा जांच करेंगे ताकि इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
दरअसल, बालासोर रेल हादसे के बाद अब सभी रेलवे मंडल ओर से सेफ्टी को लेकर हर रेल मंडल में शीर्ष अधिकारियों को यह ताकीद की गई है कि वे अपने क्षेत्र के संरक्षा पहलुओं पर बारीक नजर रखें। ऐसा निर्देश एहतियातन जारी किया गया है। इसके साथ ही कोडरमा-हजारीबाग-रांची सेक्शन नया बना है। इसका सीआरएस निरीक्षण हो चुका है और ट्रैक को क्लीन चिट मिल चुकी है। लेकिन, इसके बाद भी एक बार ट्रायल रन कराया जाएगा उसके बाद ही ट्रैक पर ट्रेन चलने की अनुमति दी जाएगी। इसके परिचालन की अनुमति जून के अंतिम सप्ताह में होने की संभावना है।
मालूम हो कि, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रैन के रैक को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल यार्ड में सिक लाइन पर भेज दिया गया। शुक्रवार को इसको पिट संख्या पांच पर भेजा जाएगा। जिस पिट लाइन पर हमसफर एक्सप्रेस का मेंटेनेंस होता है, उसी पर वंदे भारत एक्सप्रेस का मेंटेनेंस होगा। यह जांचा जा रहा है कि चेन्नई से पटना तक रैक के लाने के बाद इसमें क्या बदलाव आया है। इसके बाद इस ट्रेन में कर्मचारियों को दो दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इधर, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के रैक को देखने के लिए लोगों में उत्साह है। इस कारण राजेंद्र नगर यार्ड की ओर लोगों का तांता लगा हुआ है। रेलवे की ओर से रैक के पास सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। किसी तरह की छेड़छाड़ न हो इसके लिए राजेंद्र नगर यार्ड में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। रेल सुरक्षा बल के जवानों को भी रैक की सुरक्षा में तैनात किया गया है।