PATNA : देश-विदेश में कहीं भी बिहारियों का जिक्र होने पर बयानबाजी के मैदान में कूद पड़ने वाले जेडीयू औऱ राजद के नेता अभी खामोश बैठे हैं. बिहार सरकार की नौकरी करने वाली औऱ बिहारियों के टैक्स से वेतन लेने वाली एक डीजी पर खुलेआम बिहारियों को गाली देने का आरोप लगा है. कहा जा रहा है कि उसकी पूरी रिकार्डिंग है. लेकिन सरकार औऱ सरकार में बैठी पार्टियों के नुमाइंदों की जुबान सिल गयी है. इस बीच आईजी विकास को डीजी शोभा अहोतकर ने नोटिस थमायी है. पूछा है-गाली गलौज की बात सार्वजनिक क्यों की. 24 घंटे में जवाब दें वर्ना कार्रवाई होगी.
बता दें कि आईजी विकास वैभव ने 2 महीने की छुट्टी मांगी थी. डीजी शोभा अहोतकर ने उनके छुट्टी के आवेदन को खारिज कर दिया है. उसके बाद उन्हें नोटिस थमा दिया गया है. बिहार की होमगार्ड और अग्निशमन सेवाओं की डीजी शोभा अहोतकर की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि विकास वैभव द्वारा किया गया ट्वीट वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने डीजी से गाली सुनने की बात कही है.
डीजी होमगार्ड ने नोटिस में कहा है कि आईजी विकास वैभव ने अपने वरीय अधिकारी पर बेबुनियाद आरोप लगा कर उनकी छवि धुमिल करने की कोशिश की है. उनकी ये हरकत अखिल भारतीय सेवा आचार नियमावली 1968 के नियमों का उल्लंघन है. पत्र में कुछ धाराओं का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि कोई भी अधिकार अपनी ड्यूटी के दौरान हुई बात को गोपनीय रखेगा.
शोभा अहोतकर ने ये भी कहा है कि विकास वैभव कह रहे हैं कि उनके पास गाली गलौज की रिकार्डिग है. इससे स्पष्ट होता है कि उन्होंने कार्यालय की बैठकों की रिकार्डिग की. ये भी सेवा शर्तों का उल्लंघन है. इसलिए वे 24 घंटे में जवाब दें कि उनके खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की जाये.
बता दें कि इससे पहले विकास वैभव ने दो महीने की छुट्टी मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक पिछले सोमवार को ही उन्होंने दो महीने की छुट्टी का आवेदन भेज दिया था. उसके बाद ट्वीटर औऱ सोशल मीडिया पर उनका दर्द छलका था. उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि किस तरह उन्हे लगातार डीजी होमगार्ड गालियां दे रही है. डीजी होमगार्ड शोभा अहोतकर सारे बिहारी अधिकारियों को खुलेआम गाली दे रही हैं. डीआईजी स्तर के एक अधिकारी को तो उन्होंने इतनी गाली दी कि वे बैठक में ही बेहोश हो गये थे.
बता दें कि ये पूरा मामला बुधवार की देर रात से शुरू हुआ था. सीनियर आईपीएस ऑफिसर विकास वैभव ने बुधवार देर रात 1:43 बजे पर ट्वीट किया था जिससे प्रशासनिक और राजनैतिक हलके में खलबली मच गई. हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया था.
क्या था ट्वीट में
IG विकास वैभव ने ट्वीट किया था- "मुझे आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व दिनांक 18 अक्टूबर 2022 को दिया गया था और तब से सभी नौ दायित्वों के निर्वहन हेतु हर संभव प्रयास कर रहा हूं। प्रतिदिन तब से अनावश्यक डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं। परंतु यात्री मन आज वास्तव में वास्तव में द्रवित है।"
माँ और पत्नी को गालियाँ दी
IG विकास वैभव ने फेसबुक पर भी अपना दर्द साझा किया. उन्होंने लिखा-मेरी पत्नी और माता को संबोधित करके मुझे वरीय डीजी मैडम ने एकांत में गाली दी। रिकॉर्डिंग कर सकता था और इसलिए मोबाइल साथ लाने के लिए मुझे मना किया गया। सच में दुखी हूं। संन्यास हेतु यात्री मन वास्तव में आशान्वित है। परंतु "किंकर्तव्य विमूढ़" नहीं होना चाहता हूं। भयानक रूप से द्रवित हूं। सब माया है। ऐसे अपमान के लिए सर्वशक्तिमान से प्रार्थनारत हूं. बिहारी कह कर गालियाँ
IPS विकास वैभव ने लिखा है कि सबसे अधिक दुख तब हुआ जब नौवीं कक्षा की अनुभूति के पश्चात पुनः बिहारी बोलकर इसलिए गाली दिया गया, क्योंकि उनका मानना है कि बिहार के मुख्यमंत्री ने उन्हें डीजी के लिए योग्य नहीं माना और नहीं चुना और चुकी डीजी बनने के लिए उनके द्वारा होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के लिए कार्य किया जा रहा था। परंतु निराशा में भी ऐसी पराकाष्ठा हुई कि वचनों पर ही नियंत्रण नहीं रहा। सच में द्रवित हूं। महाराष्ट्र के अनेक महापुरुष मेरे आदर्श हैं छत्रपति शिवाजी तथा स्वतंत्र वीर प्रेरणा है.
विकास वैभव की इस ट्वीट से खलबली मची है लेकिन उन्होंने सभी पोस्ट डिलीट कर दिया बता दें कि IPS विकास वैभव बेहद चर्चित अधिकारी रहें हैं. NIA में उनके काम की चर्चा पूरे देश में हुई थी. पटना से लेकर रोहतास और दूसरे जिलों में पुलिस कप्तान के तौर पर उनका कार्यकाल बेहद चर्चित रहा था. इन दिनों वे सामाजिक कार्यों में काफी एक्टिव रहे हैं. वे लेट इंस्पायर बिहार नाम का एक संगठन चलाते हैं.जो सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है. इस संगठन से हजारों लोग जुड़े हुए हैं.