JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला?
1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Sun, 12 Feb 2023 08:10:00 PM IST
ARA: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव और डीजी शोभा अहोतकर के बीच छिड़े जंग ने सियासी रूप ले लिया है। एक तरफ जहां सीएम ने आईपीएस अधिकारी विकास वैभव को ट्वीट नहीं करने की सख्त हिदायत दे दी है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी विकास वैभव के समर्थन में खड़ी हो गई है। भोजपुर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस मुद्दे को लेकर बिहार की सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है।
विजय सिन्हा ने कहा है कि बिहार में अच्छे और ईमानदार अधिकारियों को हतोत्साहित किया जा रहा है।बिहार प्रशासनिक सेवा के लोगों को गाली देकर बेइज्जत करना और बिहार के अच्छे पुलिस पदाधिकारी विकास वैभव को अपमानित करना कहीं से भी ठीक नहीं है। सरकार के भ्रष्टाचार को छिपाने का काम करने वाले जिन बाहरी अधिकारियों की जमात ईमानदार अधिकारियों को हतोत्साहित कर रहे हैं। पूरे मामले पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने चुप्पी क्यों साध ली है। कांग्रेस के लीडर अखिलेश सिंह क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं। एक ईमानदार अधिकारी पर हो रहे अत्याचार पर क्यों किसी की आवाज नहीं निकल रही है।
उन्होंने कहा कि बिहार के ईमानदार पदाधिकारियों को जलील करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। अनुशासनहीन लोग कैसे अनुशासन का पालन कराएंगे। अगर विकास वैभव और बासा के अधिकारी अल्पसंख्यक समाज के पदाधिकारी होते तो तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए सभी लोग खुलकर लाठी लेकर खड़े हो जाते। बिहार के ईमानदार अधिकारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है लेकिन भ्रष्टाचारियों की सरकार की आवाज नहीं निकल रही है।