ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025 : JDU की सोशल इंजीनियरिंग, लव -कुश और धानुक को 23 सीट, युवाओं को भी जमकर मिला मौका Bihar Election 2025: फर्स्ट बिहार के कॉन्क्लेव में सम्राट चौधरी ने किया था खुलासा, लड़ेंगे विधानसभा चुनाव; आज करेंगे नामांकन Bihar Election 2025: मोकामा की रण में उतरे एक और बाहुबली, पत्नी आज करेंगी नामांकन; आधी रात में तेजस्वी से मिला सिंबल Bihar Weather: राज्य के तापमान में लगातार गिरावट, कई जिलों में दिखने लगा ठंड का प्रभाव Artificial Paneer: पनीर के चक्कर में न खाये जहर! जाने नकली पनीर से कैसे बचें Bihar Election 2025: जिंदा बाद, जिंदा बाद...आज से शुरु होगा भोंपू का शोर, CM नीतीश करेंगे चुनाव प्रचार का शंखनाद Patna News: 2 दिनों के लिए पटना की ट्रैफिक व्यवस्था में हुआ बदलाव, इन मार्गों पर नहीं चलेंगे वाहन Diwali Stock: दिवाली पर इन 5 शेयरों में करें निवेश, एक साल में हो सकती है जबरदस्त कमाई! BIHAR ELECTION: उपेंद्र कुशवाहा को मिलेगी एक विधान परिषद की भी सीट मिलेगी, बीजेपी का ऐलान Bihar Election 2025: मोकामा की राजनीति में दिखेगा नया रंग,दो बाहुबलियों की लड़ाई में किसे चुनेगी जनता; तेजस्वी से मिलने पहुंचे सुरजभान सिंह

भारत ने चीन को दिया एक और झटका, BSNL और MTNL का 4G टेंडर किया रद्द

1st Bihar Published by: Updated Wed, 01 Jul 2020 03:41:17 PM IST

भारत ने चीन को दिया एक और झटका, BSNL और MTNL का 4G टेंडर किया रद्द

- फ़ोटो

DELHI: भारत ने एक बार चीन को झटका दिया है. भारत ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के 4G टेंडर रद्द कर दिया है. यही नहीं साफ निर्देश दिया गया है कि दोनों कंपनी कोई भी चीनी कंपनी का सामान इस्तेमाल नहीं करेंगी. 



नए टेंडर में देश की कंपनियों को मिलेगा मौका

नए टेंडर के बाद मेक इन इंडिया के तहत देश की कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा. इन कंपनियों से ही सामान लिया जाएगा. इन दोनों कंपनियों पर पहले भी सबसे अधिक चीन का सामान खरीदने का आरोप पहले से ही लगता रहा है. लेकिन अब दोनों कंपनियों का चीनी सामानों से मोहभंग होगा. 

मोनो रेल का टेंडर रद्द

गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद एक बार फिर भारत ने चीन को झटका दिया था.18 जून को एमएमआरडीए ने मोनोरेल रेक्स के लिए नीलामी की प्रक्रिया रद्द कर दी. मोनो रेल को लेकर चीन की दो कंपनियों ने बोली लगाई थी. लेकिन अब भारत ने रद्द कर दिया. रद्द करने के बारे में बताया गया था कि चीनी मैन्युफैक्चरर्स सीएसआर अपलोड करने के बाद भी नियम-शर्तों और पात्रता मानदंडों में संशोधन के लिए लगातार कह रहे थे. लेकिन कंपनी मामने को तैयार नहीं थी. जिसके बाद प्रक्रिया रद्द कर दिया गया है. यह काम मुंबई में होने वाला है.

सबसे पहले रेलवे का टेंडर हुआ था रद्द

गलवान घाटी में विवाद के बाद सबसे पहले रेलवे ने चीनी फर्म बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूटऑफ सिग्नलएंड कम्युनिकेशन कंपनी लिमिटेड के साथ चल रहे कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया था. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत चीनी कंपनी कानपुर से दीन दयाल उपाध्याय रेलवे सेक्शन के बीच काम कर रही थी. इसके तहत 417 किमी के सेक्शन में सिग्नलिंग और टेलीकॉम का काम दिया गया था. इसका टेंडर 471 करोड़ का था. कंपनी पर लापरवाही का भी आरोप है. बताया जा रहा है कि चीनी कंपनी ने चार साल में मात्र 20 फीसदी ही काम किया था. इसकी काम करने की रफ्तार सुस्त थी. जिसके बाद इस कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया गया.