खुशखबरी : इंडिया में 267 मरीजों ने कोरोना को हराया, सरकार ने कहा- 'लॉकडाउन वैक्सीन' से बचेगी जान

खुशखबरी : इंडिया में 267 मरीजों ने कोरोना को हराया, सरकार ने कहा- 'लॉकडाउन वैक्सीन' से बचेगी जान

DELHI : कोरोना जैसे जानलेवा वायरस से विश्व भर में हड़कंप मचा है. इंडिया में भी इस महीने आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ा है. वर्ल्ड में आज एक मिलियन से ज्यादा की आबादी इस गंभीर वायरस की चपेट में है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस वक्त एक बड़ी सूचना दी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश के अंदर तेजी से कोरोना फैला है. लेकिन हिंदुस्तान के अंदर अब तक 267 कोरोना मरीजों ने इस जानलेवा वायरस को मात दे दी है.


267 कोरोना पॉजिटिव मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर चले गए हैं. इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश के अंदर तेजी से कोरोना फैला है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 472 नए मामले सामने आ चुके हैं. जिसके कारण अब मरीजों की संख्या भारत में 3374 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने लोगों को आगाह करते हुए इस बात की भी जानकारी दी कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से भी कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी फैल सकती है. सरकार ने सभी लोगों को इससे सावधान रहने को कहा है. सरकार की ओर से लोगों की मदद के लिए सरकार की मदद की अपील की गई है.


देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आज बढ़कर 3,374 हो गए और मृतकों की संख्या 79 तक पहुंच गई. इसमें से करीब 30 फीसदी केस तब्लीगी जमात की वजह से बताए जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 3,030 लोग अब भी कोविड-19 से संक्रमित हैं, जबकि 266 लोग स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.


स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 472 नए केस 24 घंटे में आए हैं. आज कैबिनेट सचिव ने देश के सभी जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए बैठक की. सभी ज़िलाधिकारियों से अपने अपने जिलों में आपात प्रबंधन योजना बनाने को कहा है. उन्होंने कहा कि आईसीएमआर ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा है कि थूकने से भी बीमारी फ़ैल सकती है. लिहाजा लोगों से बाहर थूकने से बचने के लिए अपील की है.


गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकारें लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं. आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की स्थिति संतोषजनक है. 27,661 राहत शिविर और आश्रय पूरे भारत में सभी राज्यों में स्थापित किए गए हैं- 23,924 सरकार द्वारा और 3,737 गैर-सरकारी संगठनों द्वारा स्थापित किए गए हैं. 12.5 लाख लोगों को इससे आश्रय मिला है. 19,460 खाद्य शिविर भी लगाए गए हैं.