IAS संजीव हंस को सच से सामना करायेगी ED: 7 दिनों का रिमांड मिला, रेप का आरोप लगाने वाली के सामने बिठाकर होगी पूछताछ

IAS संजीव हंस को सच से सामना करायेगी ED: 7 दिनों का रिमांड मिला, रेप का आरोप लगाने वाली के सामने बिठाकर होगी पूछताछ

PATNA: भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले में गिरफ्तार किये जा चुके बिहार के आईएएस अधिकारी संजीव हंस का अब सच से सामना होगा. ईडी की अर्जी पर पटना की कोर्ट ने संजीव हंस को सात दिनों के रिमांड पर देने की इजाजत दे दी है. ईडी ने संजीव हंस से पूछताछ की सारी तैयारी पूरी कर ली है.


पटना स्थित ईडी की विशेष अदालत ने 1997 बैंच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस को सात दिनों के लिए ईडी की रिमांड पर भेजा है. कोर्ट ने बेऊर जेल के अधीक्षक को आदेश दिया है कि संजीव हंस को आगे की पूछताछ के लिए दो दिनों के अंदर हैंडओवर कर दें. हालांकि ईडी ने संजीव हंस की 14 दिनों की रिमांड की गुहार अदालत से लगाई थी लेकिन अदालत ने 7 दिनों की रिमांड मंजूर की है.


सच से होगा सामना

सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही है उसके मुताबिक संजीव हंस से पूछताछ की तैयारी कर ली गयी है. संजीव हंस को इस मामले से जुड़े कम से कम पांच लोगों के सामने बिठा कर पूछताछ की जायेगी. ईडी ने अपने केस में कहा है कि संजीव हंस ने उन पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला को हवाला के जरिये करीब ढ़ाई करोड़ रूपये भेजे थे. महिला ने ईडी के समक्ष ये स्वीकार किया है कि संजीव हंस का पैसा उसे मिला था. सूत्र बता रहे हैं कि ईडी की टीम ने रेप का आरोप लगाने वाली महिला को भी पूछताछ के लिए बुलाया है. दोनों को आमने-सामने बिठा कर पूछताछ की जायेगी.


संजीव हंस पर कमीशन लेकर जल संसाधन विभाग, बिजली विभाग औऱ पुल निर्माण निगम में टेंडर देने का आरोप लगा है. टेंडर लेने वालों से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है. उनका भी सामना संजीव हंस से कराया जायेगा.


गुलाब यादव की रिमांड पर फैसला कल

वैसे ईडी ने इसी मामले में गिरफ्तार किये पूर्व विधायक गुलाब यादव को भी 14 दिनों तक रिमांड में लेने की अर्जी कोर्ट में लगा रखी है. कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला रिजर्व रखा है. गुरूवार को पटना की स्पेशल कोर्ट गुलाब यादव की रिमांड पर फैसला सुनायेगी. अगर गुलाब यादव को भी रिमांड पर देने का फैसला होता है तो ईडी संजीव हंस के साथ बिठाकर गुलाब यादव से पूछताछ करेगी.


बता दें कि 18 अक्टूबर को ईडी ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस को पटना स्थित उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था. संजीव हंस बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात थे. उन पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज होने के बाद सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया गया था. मामले की छानबीन कर रही ईडी ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस के अलावा पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया गया था।


उधर, ईडी की रिपोर्ट के आधार पर बिहार पुलिस की special vigilance unit (SVU) ने 13 लोगों के खिलाफ अवैध तरीके से आय अर्जित करने का केस दर्ज किया है. इस मामले में भी गुलाब यादव और संजीव हंस को अभियुक्त बनाया गया है. संजीव हंस पर ऊर्जा विभाग में तैनात रहते हुए अपने पद के गलत इस्तेमाल करने का भी आरोप है.