IAS और पूर्व विधायक पर रेप का आरोप: रूपसपुर थाने में अपना बयान दर्ज कराने पहुंची पीड़िता, सुरक्षा की लगाई गुहार

IAS और पूर्व विधायक पर रेप का आरोप: रूपसपुर थाने में अपना बयान दर्ज कराने पहुंची पीड़िता, सुरक्षा की लगाई गुहार

PATNA: सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ रेप का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गयी है। कुछ दिन पहले ही कोर्ट ने दोनों रसूखदारों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया था। इसके बाद पटना के रूपसपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी। जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। रूपसपुर थाने में पीड़िता को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया।


पीड़िता आज गुरुवार को अपना बयान दर्ज कराने के लिए रूपसपुर थाने पहुंची। थाने में जाने से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि स्टेटमेंट के लिए रूपसपुर थाना में उसे पुलिस ने बुलाया है। इसलिए वो अपना बयान दर्ज कराने के लिए थाने पहुंची है। पीड़िता ने कहा कि संघर्ष के बिना कुछ भी नहीं होता। केस किये दो साल हो गये और अब जाकर एफआईआर दर्ज हुआ है। पीड़िता का कहना है कि उसका इलाहाबाद से आना जाना होता है हमेशा जान पर खतरा बना रहता है। पीड़िता ने अपनी और बच्चे की सुरक्षा की गुहार लगायी है।  


क्या है मामला

बता दें कि दो साल पहले यानि 2021 में एक महिला ने आरोप लगाया था कि आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव ने उसके साथ रेप किया है. महिला का आरोप है कि तत्कालीन विधायक गुलाब यादव ने उसे महिला आयोग का सदस्य बनाने का प्रलोभन देकर पटना के रूकनपुरा स्थित अपने फ्लैट पर बुलाया था. वहां उसके साथ रेप किया गया।


महिला का कहना है कि गुलाब यादव ने रेप का वीडियो भी बना लिया था. उस वीडियो के आधार पर उसे ब्लैकमेल किया गया. महिला का कहना है कि गुलाब यादव ने उसे ब्लैकमेल कर दिल्ली के होटल में बुलाया, जहां आईएएस अधिकारी संजीव हंस भी मौजूद थे. दोनों और नशीला पर्दाथ खिलाकर रेप किया. महिला के मुताबिक अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे कई दफे होटलों बुलाया गया जहां संजीव हंस और गुलाब यादव के उसके साथ रेप किया. महिला का कहना है कि पूर्व विधायक गुलाब यादव आईएएस संजीव हंस के लिए लाइजनिंग करता है। 


इस मामले में महिला ने 2021 में पटना पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कई बार आवेदन दिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. फिर महिला ने दानापुर के एसीजेएम के कोर्ट में एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगायी थी. दानापुर एसीजेएम कोर्ट ने पटना पुलिस के पास महिला की शिकायत को भेजते हुए इस मामले पर प्राथमिक जांच रिपोर्ट मांगी थी. पुलिस ने रिपोर्ट भी नहीं दी और दानापुर एसीजेएम कोर्ट ने महिला के मुकदमे को खारिज कर दिया।


इसके बाद पीड़ित महिला ने पटना हाईकोर्ट में गुहार लगायी थी. दिसंबर 2022 में पटना हाईकोर्ट ने दानापुर के एसीजेएम को निर्देश दिया था कि वे फिर से इस मामले की सुनवाई करें. हाईकोर्ट ने पटना पुलिस को भी उचित समय में जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने को कहा था. इसके बाद दानापुर एसीजेएम कोर्ट में मामले की फिर से सुनवाई हुई औऱ पिछले शुक्रवार को दानापुर कोर्ट ने पटना पुलिस को आईएएस संजीव हंस  और पूर्व  विधायक गुलाब यादव के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया था। 


महिला के साथ होटल में थे संजीव हंस

इस मामले में महिला के वकील रंजन कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कई तथ्य सामने आ चुके हैं. पुलिस की जांच रिपोर्ट में आय़ा है कि आईएएस अधिकारी संजीव हंस औऱ गुलाब यादव पीड़ित महिला के साथ दिल्ली के एक होटल में रूके थे. वकील रंजन कुमार शर्मा ने कहा कि पुलिस की रिपोर्ट में कई और ऐसे तथ्य सामने आये हैं, जिससे पीड़िता द्वारा लगाये जा रहे आरोपों की पुष्टि हो रही है. उसके बाद ही दानापुर की एसीजेएम कोर्ट ने संजीव हंस और गुलाब यादव के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया था।


डीएनए टेस्ट की मांग

पीड़ित महिला का आरोप है कि आईएएस संजीव हंस ने उसके साथ रेप किया जिससे उसे एक बच्चा भी हुआ है. वह बच्चा अब चार साल का हो गया है. महिला मांग कर रही है कि उस बच्चे और आईएएस संजीव हंस का डीएनए टेस्ट कराया जाये ताकि ये साबित हो सके कि रेप हुआ है. महिला का दावा है कि संजीव हंस के डीएनए टेस्ट से साबित हो जायेगा कि बच्चा उन्हीं का है।


महिला को जान का खतरा

पीड़ित महिला ने फर्स्ट बिहार से बात करते हुए कहा कि उसे अपनी जान का भी खतरा है. रेप करने वाले दोनों अभियुक्त बेहद रसूखदार हैं. पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं, दोनों अभियुक्त उसे बार बार धमकी दे रहे हैं. ऐसे में आशंका है कि बच्चे समेत उसकी हत्या की जा सकती है. पीडित महिला ने बिहार सरकार से सुरक्षा की गुहार लगायी है।