हाइपरटेंशन से खुद को रखें दूर, नहीं तो हो सकती है कई बीमारियां

हाइपरटेंशन से खुद को रखें दूर, नहीं तो हो सकती है कई बीमारियां

DESK : हाइपरटेंशन बड़ी गंभीर बीमारी है. इस बीमारी को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है. सरल शब्दों में इसे हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है. ये बीमारी लोगों के बदलते जीवनशैली से बहुत हद तक जुड़ा हुआ है. आधुनिकता के साथ लोगों के जीवनशैली में आये बदलाव की वजह से आजकल लोगों में ये आम बीमारी बन गई है. जब व्यक्ति इस बीमारी से ग्रषित होता है तो ब्लड वेसल (धमनी) में खून का प्रेशर बढ़ जाता है. इसके कारण आपके शरीर में हार्ट अटैक, किडनी फेल्‍योर, स्‍ट्रोक और अंधेपन का खतरा बढ़ जाता है. समय रहते यदि इस बीमारी का इलाज और खान-पान में परहेज न किया जाये तो समस्या गंभीर हो सकती है.  


मेडिकल टर्म में यदि आपका ब्लड प्रेशर 180/120 से ज्यादा है तो इसे बेहद खतरनाक माना जाता है. अगर आप भी हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन से ग्रसित हैं तो नीचे दिए गए कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखें.  

  


  • हाई बीपी के मरीजों को अपना ब्‍लड प्रेशर समय समय पर जांच करते रहना चाहिए. अगर आपको कभी भी लगे की आपकी तबियत ख़राब हो रही है तो आप तुरंत अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें.
  •  हाइपरटेंशन में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही आंखों की रोशनी में कमी और पैरों की नसों में में खून जमा होने जैसी तकलीफ हो सकती है.
  • यदि आप इस बीमारी के रोगी हैं तो पोषक तत्‍वों से भरपूर भोजन का सेवन करें साथ ही अपने आहार में फल और सब्जियों को अधिक सेवन करें.
  • हाई बीपी के रोगीयों को सुबह जल्‍दी उठकर योगा या फिर वॉक पर जरुर जाना चाहिए. 
  • हाइपरटेंशन के पेशेंट को नियमित रूप से कम से कम 15 मिनट तेज चलना चाहिए. 
  • इसके रोगियों को जंक फूड खाने से बचना चाहिए. ऐसे लोगों को शराब और तंबाकू का सेवन बिल्‍कुल नहीं करना चाहिए. 
  • अधिक मात्रा में नमक के सेवन से हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए जानलेवा हो सकता है. दिन में 5 से 6 ग्राम नमक से ज्यादा नहीं लेना चाहिए साथ ही. किसी भी खाने में ऊपर से नमक डालने की आदत छोड़ दें.
  • हाई बीपी के मरीजों को प्रिजरवेटिव आहार नहीं खाना चाहिए क्योंकि इन चीजों में नमक का प्रयोग अधिक मात्रा में होता है. 
  • हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए स्ट्रेस से दूर रहना बेहद जरुरी है. इसके लिए जरुरी है की स्ट्रेस और अवसाद से दूर रहें. भागदौड़ भरी जिंदगी में काम और निजी जीवन में संतुलन आपको रोजमरा के स्ट्रेस से दूर रखेगा.