हैदराबाद के दानवों के मारे जाने की पूरी कहानी.. पुलिस ने जारी किया आधिकारिक बयान

हैदराबाद के दानवों के मारे जाने की पूरी कहानी.. पुलिस ने जारी किया आधिकारिक बयान

HYDERABAD : हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों की एनकाउंटर मामले में तेलंगाना पुलिस की ओर प्रेस कांफ्रेंस कर बताया गया कि ये एनकाउंटर सुबह 5.30 से 6.15 बजे के बीच हुआ है. चार में से एक आरोपी ने पुलिस से पिस्तौल छिनी और फायरिंग शुरू कर दी, जबकि बाकी तीन रोड-पत्थर लेकर खड़े हो गए. इसमें दो लोग घायल हुए थे. मौके पर कुल 10 पुलिसकर्मी मौजूद थे. जिन्होंने आरोपियों पर फायरिंग शुरू कर दी थी.

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नर वी. सज्जनार ने कि 27-28 नवंबर की रात युवती के साथ दुष्कर्म हुआ और बाद में जिंदा जला दिया गया. हमने आरोपियों के खिलाफ सबूत इकट्ठे किए और बाद में उन्हें गिरफ्तार किया. हमें दस दिन के लिए पुलिस कस्टडी मिली थी. उन्होंने बताया कि पुलिस आरोपियों को घटनास्थल पर साबुत इक्कठा करने के  थी. लेकिन उन्होंने पुलिस टीम के ऊपर हमला बोल दिया. आरोपियों ने पुलिस के दो हथियार छीन लिए थे. जिसके बाद पुलिस को आरोपियों पर फायरिंग करनी पड़ी.


पुलिस कमिश्नर वी. सज्जनार ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि चारों आरोपियों की मौत गोली लगने के कारण से ही हुई है. एनकाउंटर के दौरान एक दारोगा और सिपाही भी घायल हुए हैं. हमने आरोपियों का डीएनए टेस्ट भी किया है, ये सभी लोग कर्नाटक-तेलंगाना में कई मामलों में आरोपी थे. इन आरोपियों का नाम अन्य कई केसों में भी जुए हुए हैं. उन्होंने बताया कि कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं. कानून ने अपना काम किया है. कई सबूत जुटाए गए हैं. घटनास्थल से पीड़िता का मोबाइल फोन, पावर बैंक और घड़ी बरामद की गई है.


यह एनकाउंटर नेशनल हाइवे-44 के पास हुआ है. चारों आरोप‍ियों की डेड बॉडी की तस्वीरें सामने आई हैं. उसमें सारी डेड बॉडी एक दूसरे के आसपास ही हैं. बता दें कि  हैदराबाद रेलवे स्टेशन से 24 क‍िलोमीटर दूर शमशाबाद टोल प्लाजा के पास एक पूल के नीचे मारे गए चारो आरोपियों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था.