HYDERABAD: हैदराबाद में एक वेटनरी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. जुर्म की इस घिनौनी दास्तां ने सबका सर शर्मिंदगी से झुका दिया है. गैंगरेप और मर्डर के इस जघन्य अपराध ने निर्भया कांड को एक बार फिर से ताजा कर दिया है. डॉक्टर के साथ गैंगरेप और कत्ल की इस वारदात ने एक बार फिर से ये सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब देश की बेटियां महफूज होंगी?
पीड़िता के मुंह में जबरन उड़ेली थी शराब
गैंगरेप कांड के विरोध में पूरे देश में प्रदर्शन चल रहा है. इस मामले को आज संसद में भी उठाया गया. पूरा देश इन आरोपियों को सरेआम सूली पर लटकाने की मांग कर रहा है. वहीं इस जघन्य अपराध की तहें परत-दर-परत खुल रही हैं. निर्मम हत्या के इस मामले में हर रोज नया खुलासा हो रहा है. तफ्तीश में इस बात का खुलासा हुआ है कि कैसे चारों आरोपियों ने इस घिनौनी वारदात को प्लानंड तरीके से अंजाम दिया. बताया जा रहा है कि घंटों शराब पीकर डॉक्टर को अपना शिकार बनाने वाले दरिंदों ने उन्हें भी शराब पिलाने की कोशिश की थी. आरोपियों ने पीड़िता के मुंह में जबरन शराब उड़ेली थी.
लाश पूरी तरह से जली या नहीं देखने वापस आए थे आरोपी
इतना ही नहीं पीड़िता की हत्या कर शव जलाने के बाद आरोपी फरार हो गए थे. लेकिन बाद में सभी आरोपी फिर से घटनास्थल पर ये देखने के लिए वापस आए कि उसका शव पूरी तरह से जला है या नहीं. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी शिवा और नवीन ने पहले NH-44 पर शम्शाबाद और शादनगर के बीच रास्ते की रेकी की. फिर उन्होंने चट्टनपल्ली गांव में एक अंडरपास के नीचे शव को जलाया था. ये दोनों आरोपी पीड़िता की बाइक से आगे चल रहे थे जबकि शव के साथ बाकी दोनों आरोपी ट्रक में थे. शव को जलाने के लिए शिवा और नवीन ने दो-तीन दूसरी जगहें भी खोजी लेकिन लोगों के होने की वजह से वहां नहीं रुके. हाइवे पर आखिरकार जब अंडरपास देखा तो वहां उन्होंने शव को पेट्रोल छिड़क कर जला दिया. इसके बाद वो मौके से फरार हो गए लेकिन सभी आरोपी वापस वहां फिर से ये देखने आए कि पीड़िता की लाश पूरी तरह से जली थी या नहीं.
कब मिलेगा इंसाफ?
हैवानियत की इस घिनौनी वारदात से पूरा देश स्तब्ध है. इस घटना के विरोध में पूरे देश में प्रदर्शन और कैंडिल मार्च हो रहा है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर कब तक देश की बेटियां दरिंदों का शिकार होती रहेंगी...कब तक बेटियों की आबरू लुटती रहेगी और आखिर इन दरिंदों को कब सूली पर लटकाया जाएगा और कब पीड़िता और उसके परिवार को इंसाफ मिलेगा.