ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR NEWS : चलती पिकअप वैन में लगी आग, लोगों में मचा हड़कंप; ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान BPSC TRE 4: आज पटना की सड़क पर उतरेंगे लाखों छात्र, CM आवास घेरने की चेतावनी; जानिए क्या है वजह NITISH KUMAR : CM नीतीश कुमार आज करेंगे हॉकी हीरो एशिया कप विजेताओं का सम्मान, खिलाड़ियों-प्रशिक्षकों को मिलेंगे लाखों की प्रोत्साहन राशि Bihar News: यूपी केस में रेड करने पहुंची पुलिस पर हमला, पशु तस्करों ने छीनी सर्विस रिवॉल्वर; दारोगा गंभीर रुप से घायल Bihar Politics: पटना में आज एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन, इन विधानसभा सीट को लेकर तैयार होगी ख़ास रणनीति Bihar News: बिहार के इस जिले में लगेगी फैक्ट्रियों की भरमार, निवेश और रोजगार के मामले में लगाएगा लंबी छलांग Bihar News: बिहार में प्रदर्शन कर रहे मेडिकल छात्रों ने की कॉलेज में तोड़फोड़, प्राचार्य को बनाया बंधक; पुलिस तैनात Bihar Politics: NDA कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व मंत्री का विवादित बयान, राहुल गांधी को बताया ‘जिन्ना की औलाद’ तेजस्वी यादव का समस्तीपुर दौरा, ‘बिहार अधिकार यात्रा’ में दिखेगा जनसैलाब; इस प्लान से बढ़ेगी नीतीश की टेंशन Bihar News: बिहार में ड्राइवरों को हाइवे किनारे मिलेगी ये तमाम सुविधाएं, परिवहन विभाग का निर्देश जारी

हाथरस सत्संग कांड को लेकर पहला केस दर्ज, लेकिन FIR में बाबा का नाम नहीं; उठ रहे सवाल

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 03 Jul 2024 09:56:58 AM IST

हाथरस सत्संग कांड को लेकर पहला केस दर्ज, लेकिन FIR में बाबा का नाम नहीं; उठ रहे सवाल

- फ़ोटो

DESK: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। इस हादसे को लेकर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता के विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस कांड को लेकर दर्ज किए गए पहले केस में मुख्य सेवादार देवप्रकाश माथुर और आयोजकों को आरोपी बनाया गया है लेकिन बाबा का नाम नहीं है।


दरअसल, मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में आयोजित एक सत्यसंग के दौरान भगदड़ मच गई। जिसमें सौ से अधिक लोगों की जान चली गई है जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने इस मामले को लेकर पहला केस दर्ज किया है। हाथरस के सिकंदराराऊ थाने में दो जुलाई की देर रात ब्रजेश पांडेय नाम के शख्स ने केस दर्ज कराया।


पुलिस द्वारा दर्ज किए गए इस केस में सिकंदराराऊ के दमदपुरा के रहने वाले मुख्य सेवादार देवप्रकाश को आरोपी बनाया गया है लेकिन सत्संग करने वाले भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है। ऐसे में पुलिस की इस एफआईआर पर सवाल भी उठ रहे हैं। इस बात की भी जांच की जा रही है कि सत्संग के लिए अनुमति ली गई थी या नहीं और अगर ली गई थी तो कितने लोगों के कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही गई थी।


कहा जा रहा है कि सत्संग के आयोजन के लिए जो अनुमति ली गई थी उसमें 80 हजार लोगों के शामिल होने की बात कही गई थी लेकिन दावा किया जा रहा है कि उससे कहीं अधिक लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। आयोजकों द्वारा पुलिस से लोगों की संख्या को कम बताया गया है। कहा जा रहा है कि करीब ढाई लाख लोग इस सत्संग में शामिल हुए थे। ये भी सवाल उठ रहे हैं कि इनती भीड़ होने के बावजूद मुकम्मल व्यवस्था क्यों नहीं की गई थी?