DESK : हाथरस कांड की सच्चाई सामने लाने के लिए यूपी सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. वहीं दूसरी ओर जेल में बंद सभी चार आरोपियों ने SP को चिट्ठी लिखकर खुद को बेकसूर बताया है. SP को लिखे पत्र में आरोपियों ने कहा है कि ये लोग और पीडिता दोस्त थे, इनकी आपस में बातचीत भी होती थी. लेकिन इन लोगों ने कुछ नहीं किया है. बल्कि पीड़िता की मां और भाई ने उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिस वजह से उसकी मौत हो गई.
आरोपियों ने चिट्ठी में लिखा है कि उनकी लड़की से दोस्ती थी. इसी वजह से पीडिता की मां और भाई ने उसकी पिटाई की थी. ये लोग मौके पर बाद में पहुंचे थे. उन्हें पानी भी पिलाया था, लेकिन उल्टा उन्हें ही फंसा दिया गया. आरोपियों ने यूपी पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है.
वहीं, दूसरी ओर पीड़ित युवती के परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दावा किया है कि जिला प्रशासन ने अवैध रूप से उन्हें उनके घर में कैद कर रखा है. उन्हें इस कैद से छुटकारा दिलाया जाए और घर से बाहर जाने और लोगों से मिलने की अनुमति दी जाए. इस याचिका को पीड़िता के पिता, पीड़िता की मां, दो भाई और दो अन्य परिजन ने दायर की है.