GAYA : बिहार में गया से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आया है। जहां गुरुवार की मध्यरात्रि हथियारबंद दस्ते ने घर में सोए हीरा यादव (40 वर्ष) को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना कोंच थाना क्षेत्र के कमल बिगहा गांव की है। इस घटना के बाद हथियार बंद दस्ते ने माओवादी जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाया और आराम से निकल गए।
वहीं, इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि जितेन्द्र यादव उर्फ हीरा यादव अपने दलान में सोए हुए थे। उसी दौरान इस घटना को अंजाम दिया गया है हालांकि पुलिस इस घटना के नक्सली वारदात होने से इनकार कर रही है। मृत हीरा यादव का नक्सलियों से संबंध रहा है। एनआईए ने उसके घर की तलाशी ली थी।
जानकारी के मुताबिक, हीरा यादव अपने दालन पर सोया हुआ था जिसका गेट खुला हुआ था। हथियार बंद दस्ते ने उसकी कनपटी और पेट में दो गोली दी। इस बीच पड़ोस में रही एक महिला की नजर हथियारबंद लोगों पर पड़ गयी। उसने जैसे ही चोर-चोर किया, छह से आठ की संख्या में हथियार से लैस रहे हमलवार इंकलाब जिंदाबाद नारे लगाए और हवाई फायरिंग कर दशहत मचा दिया। घटना को अंजाम देने के बाद हमलवार ने गांव से उत्तर की दिशा में आराम से निकल गये। इसके बाद ग्रामीण जबतक स्थल पर पहुंचे तो खून से लथपथ हीरा की मौत हो चुकी थी।
उधर, इस घटना को लेकर थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह ने दावा किया है कि यह नक्सली घटना नहीं है। लेकिन पूर्व में नक्सली संगठन से जुड़े लोग द्वारा भूमि विवाद में हत्या की बात सामने आ रही है। अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गयी है। ऐसे अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है। डेढ़ वर्ष पूर्व एनआईए की टीम ने हीरा यादव का नक्सलियों से सांठगांठ के आरोप में इसके घर छापा मार चुकी है। लगभग चार घंटे तक इसके घर में रूककर गहन तलाशी ली थी। एनआईए की टीम ने कुछ दस्तावेज लेकर अपने साथ गये थे। हालांकि, टीम को हीरा यादव घर पर नहीं मिले थे।