हथियार तस्करी में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार, पुलिस ने पिस्टल और कट्टा के साथ दबोचा

हथियार तस्करी में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार, पुलिस ने पिस्टल और कट्टा के साथ दबोचा

MUNGER :  बिहार विधानसभा चुनाव में मुंगेर पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है. इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ  रही है. मुंगेर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने हथियार तस्करी के आरोप में करणी सेना के युवा प्रदेश अध्यक्ष को गिरफ्तार किया है, जो हथियार की डिलीवरी करने जा रहा था. पुलिस ने पिस्टल और कट्टा के साथ उसे दबोचा है.


मामला मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना का है. जहां मुंगेर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए करणी सेना के छात्र युवा प्रदेश अध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह को हथियार की तस्करी में गिरफ्तार क्या है. अविनाश कुमार सिंह से पुलिस हिरासत में रखकर लगातार पूछताछ कर रही है और उससे मिली जानकारियों के साथ से छापेमारी चलाई जा रही है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करणी सेना के बिहार में छात्र युवा प्रदेश अध्यक्ष  हथियारों की तस्करी का धंधा कई सालों से करता आ रहा था. पुलिस को इसकी जानकारी मिलते ही विगत 2 माह से इसके ऊपर निगरानी की जा रही थी.


शनिवार की देर रात करणी सेना के छात्र युवा प्रदेश अध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह अवैध हथियार की डिलीवरी देने जा रहा था इस दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. अविनाश के पास से पुलिस ने दो देसी कट्टा, एक पिस्टल और 10000 रुपये बरामद किया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अविनाश कुमार सिंह कई वर्षों से हथियार का अवैध तरीके से निर्माण और तस्करी के धंधे में संलिप्त था मुंगेर की दियारा इलाकों में हथियार बनवा कर यह अलग-अलग जिलों में डिलीवरी कराया करता था. पुलिस को अविनाश के मोबाइल फोन से कई अहम जानकारी मिली है अविनाश अपने मोबाइल के व्हाट्सएप से अवैध हथियारों के फोटोग्राफ भेज कर तय करता था कि कब  हथियार की डिलीवरी करनी है. सूत्रों की माने तो रविवार सुबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पेड़ पहाड़ पर हुई छापेमारी के दौरान बरामद हथियार अविनाश कुमार सिंह द्वारा बनवा कर वहां बेचने के इरादे से छिपाकर रखा गया था.


बिहार विधानसभा चुनाव में अविनाश द्वारा जदयू के मंत्री शैलेश कुमार सिंह के चुनाव प्रचार में खुद को व्यस्त दिखाया जा रहा था. जिससे पुलिस को उसके ऊपर सख्त ना हो लेकिन पुलिस की पैनी नजर से अविनाश बच न सका आखिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. सूत्रों की माने तो अविनाश को इससे पहले भी एसटीएफ के द्वारा हथियार की तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.