नेपाल से लाई जा रही 12 किलो चरस बरामद, तस्कर भी गिरफ्तार पूर्णिया का GD.गोयनका पब्लिक स्कूल हर कसौटी पर खरा उतरा, निरीक्षण टीम ने की सराहना "रस्सी जल जाई लेकिन ऐंठन ना जाए"..बंगला खाली करने को लेकर आरजेडी के विरोध पर गिरिराज सिंह ने कसा तंज रोसड़ा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी उपेंद्र नाथ वर्मा के ठिकानों पर छापेमारी, करोड़ों की नकदी-ज्वेलरी बरामद IAS संजीव हंस के करीबी ठेकेदार रिशुश्री पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, 9 ठिकानों पर रेड में 33 लाख कैश बरामद बिहार की 10 लाख महिलाओं को इस दिन मिलेंगे 10-10 हजार रुपये, बाकी लाभार्थियों को कब आएगा पैसा जानिये? PATNA: श्वेत कान्ति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन की जयंती, राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया गया BIHAR: आचार संहिता उल्लंघन मामले में पूर्व सांसद अजय निषाद आरोप मुक्त, MP-MLA कोर्ट से 6 साल बाद मिली बड़ी राहत BIHAR: PACS की मांग पर सरकार का सकारात्मक रुख, ब्याज-मुक्त अवधि 2 से 6 माह करने पर विचार एक्शन में BJP विधायक: मिड डे मील में गड़बड़ी को लेकर प्रधानाध्यापक की लगाई फटकार, कहा..मैं भी इसी समाज से आता हूं, बख्शूंगा नहीं
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 22 Jul 2024 11:03:31 PM IST
- फ़ोटो
DESK: घूसखोर कर्मचारियों और अधिकारियों पर लगाम कसने के लिए सरकार ने कड़े कानून बना रखे हैं। घूसखोरों को रंगेहाथों घूस लेते आए दिन विजिलेंस और एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम दबोचती है इसके बावजूद रिश्वतखोर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि इन लोगों ने हम नहीं सुधरेंगे की कसम खा ली है। घूसखोरों को गिरफ्तार होते देखने के बाद भी लोग वही काम करते हैं और निगरानी और एसीबी के हत्थे चढ़ जाते हैं तब अपनी करतूत पर आंसू बनाने के सिवाय इनके सामने कुछ भी नहीं बचता।
एक बार फिर एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। झारखंड के पलामू में एन्टी करप्शन ब्यूरों की टीम ने घूसखोर दारोगा को दबोचा है। 20 हजार रूपये घूस लेते इस दारोगा को एसीबी की टीम ने रंगे हाथछ पकड़ा है। अपने सामने एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम को देखकर दारोगा के हाथ पांव फूल गये। घूसखोर दारोगा लातेहार के बरियातू थाने में पोस्टेड था। घूसखोर दारोगा पर यह आरोप था कि वो केस डायरी लिखने के नाम पर पीड़ित से घूस मांग रहा था।
कहा था कि बिना चढ़ावे चढ़ाये कोई कलम तक नहीं चलेगा। पीड़ित के सामने दो ही रास्ता बचा था। या तो वो घूस की रकम दारोगा को दें या फिर इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरों से करें। पीड़ित पैसे देने में असमर्थ था लिहाजा उसने एंटी करप्शन ब्यूरों को इस बात की सूचना देना ही मुनासिब समझा। एसीबी को उसने इस बात की शिकायत की जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने 20 हजार रूपये घूस लेते घूसखोर दारोगा को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। अब घूसखोर दारोगा अपनी करतूत पर आंसू बहा रहा है। फिलहाल एसीबी की टीम उसे लेकर रांची के लिए रवाना हो गयी है।