DESK: घूसखोर कर्मचारियों और अधिकारियों पर लगाम कसने के लिए सरकार ने कड़े कानून बना रखे हैं। घूसखोरों को रंगेहाथों घूस लेते आए दिन विजिलेंस और एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम दबोचती है इसके बावजूद रिश्वतखोर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि इन लोगों ने हम नहीं सुधरेंगे की कसम खा ली है। घूसखोरों को गिरफ्तार होते देखने के बाद भी लोग वही काम करते हैं और निगरानी और एसीबी के हत्थे चढ़ जाते हैं तब अपनी करतूत पर आंसू बनाने के सिवाय इनके सामने कुछ भी नहीं बचता।
एक बार फिर एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। झारखंड के पलामू में एन्टी करप्शन ब्यूरों की टीम ने घूसखोर दारोगा को दबोचा है। 20 हजार रूपये घूस लेते इस दारोगा को एसीबी की टीम ने रंगे हाथछ पकड़ा है। अपने सामने एंटी करप्शन ब्यूरों की टीम को देखकर दारोगा के हाथ पांव फूल गये। घूसखोर दारोगा लातेहार के बरियातू थाने में पोस्टेड था। घूसखोर दारोगा पर यह आरोप था कि वो केस डायरी लिखने के नाम पर पीड़ित से घूस मांग रहा था।
कहा था कि बिना चढ़ावे चढ़ाये कोई कलम तक नहीं चलेगा। पीड़ित के सामने दो ही रास्ता बचा था। या तो वो घूस की रकम दारोगा को दें या फिर इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरों से करें। पीड़ित पैसे देने में असमर्थ था लिहाजा उसने एंटी करप्शन ब्यूरों को इस बात की सूचना देना ही मुनासिब समझा। एसीबी को उसने इस बात की शिकायत की जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने 20 हजार रूपये घूस लेते घूसखोर दारोगा को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। अब घूसखोर दारोगा अपनी करतूत पर आंसू बहा रहा है। फिलहाल एसीबी की टीम उसे लेकर रांची के लिए रवाना हो गयी है।