ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: बंद बोरे में शव मिलने की अफवाह का वैशाली पुलिस ने किया खुलासा, बोरे से निकला दर्जनों मरा हुआ चूहा BIHAR: कंपाउंडर के बेटे ने नीट में 390 रैंक हासिल कर पिता का सपना किया साकार, पहले प्रयास में मिली सफलता बिहार वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार बने धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य, वैश्य समाज के लोगों ने दी बधाई ROHTAS: जेल से छूटकर आने के बाद भाई के जख्म का लिया बदला, चलती बस में आरोपी को मारा चाकू ARRAH: समाजसेवी अजय सिंह ने बखोरापुर में मनाया जन्मदिन, खिलाड़ियों और छात्रों को किया सम्मानित डोमिसाइल नीति पर तेजस्वी यादव और आरजेडी की दोहरी सोच बेनकाब: ऋतुराज सिन्हा भाजपा को चाहिए सिर्फ आपका वोट, सीवान में बोले मुकेश सहनी..आपकी तकलीफों से बीजेपी कोई लेना-देना नहीं How to Become Pilot: 12वीं के बाद पायलट बनने का सपना करें पूरा, जानें... कौन सा कोर्स है जरूरी Bihar News: 19 जून को इस जिले में लगेगा रोजगार कैंप, 8वीं पास से लेकर ITI वालों तक के लिए नौकरी Bihar News: शराब मामले में गिरफ्तार महादलित युवक की जेल में मौत, परिजनों का हंगामा

कोविड सेंटर में लगी आग, बिना PPE किट पहने 2 महिला डॉक्टरों ने बचाई 9 कोरोना मरीज की जान

1st Bihar Published by: Updated Sat, 21 Nov 2020 09:45:42 PM IST

कोविड सेंटर में लगी आग, बिना PPE किट पहने 2 महिला डॉक्टरों ने बचाई 9 कोरोना मरीज की जान

- फ़ोटो

DESK: कोविड सेंटर में अचानक आग लग गई. इस बीच दो महिला डॉक्टरों ने बिना पीपीई किट पहने हुए 9 मरीजों की जान बचाई. अगर पीपीई किट पहनने में समय लगाती को मरीजों को बचा पाना संभव नहीं था और काफी देर हो जाती है. यह मामल ग्वालियर के जयारोग्य कोविड सेंटर का है. 

9 कोरोना मरीज थे भर्ती

घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कोविड सेंटर में 9 कोरोना के मरीज भर्ती थे. अचानक हॉस्पिटल में आग लगने की सूचना मिली को दोनों महिला डॉक्टरों ने स्टाफ के साथ बहादुरी से सभी मरीजों को बचा लिया गया है. इस दौरान दो मरीज मामूली रूप से झुलस गए.


ICU में लगी थी आग

हॉस्पिटल के चौथी मंजिल पर स्थित ICU में आग लगी गई थी. जैसे ही पता चला तो नोडल अफसर नीलिमा टंडन और नीलिमा सिंह तुरंत पहुंची. दोनों को पीपीई किट पहने का समय भी नहीं मिला. तुरंत बाकी स्टाफ को बुलाकर मरीजों को निकाला गया. इस दौरान एक जूनियर डॉक्टर बेहोश हो गया. उससे भी भर्ती कराया गया. फिलहाल वह खतरे से बाहर है. 


मरीजों को बचाना था मकसद

घटना के बारे में डॉक्टर नीलिमा ने बताया कि आग लगने के बाद हॉस्पिटल में शोर हुआ. इस दौरान सभी को अलर्ट किया गया. चारों तरफ धुंआ भर गया था. किसी तरह से मरीजों को बचाना सबसे बड़ा मकसद था. बिना वक्त गवाए हमलोग मरीजों को बाहर निकालने में जुट गए.